रांची: राज्य के लगभग 5 हजार एएनएम और जीएनएम अनुबंध कर्मियों का सातवें दिन भी हड़ताल जारी रहा. इसको लेकर सैकड़ों एएनएम और जीएनएम राजभवन के सामने धरने पर बैठी रहीं. पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री से बातचीत होने के बावजूद भी इन्होंने धरना वापस नहीं लिया.
स्वास्थ्य मंत्री से मिले आश्वासन के बाद एएनएम और जीएनएम ने 1 जुलाई को अपने संगठन के पदाधिकारी और अधिकारियों की बैठक बुलाई है. उसके बाद ही धरना समाप्त करने पर निर्णय लिया जाएगा. धरने में शामिल सैकड़ों एएनएम और जीएनएम अनुबंध कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में राज्य सरकार और स्वास्थ्य महकमे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
एएनएम और जीएनएम के हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों पर इसका असर देखने को मिल रहा है. वहीं, गुरुवार और शनिवार को टीका दिवस होने के बाद भी स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लटका नजर आया, जिससे केंद्रों पर आए लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
वहीं, धरने पर बैठी एएनएम और जीएनएम कर्मी अनिता कुमारी ने बताया कि पिछले 7 दिनों से वह धरने पर हैं, लेकिन कोई उनकी सुध लेने वाला नहीं है. सुरक्षा की लिहाज से भी सरकार कि ओर से पर्याप्त सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं कराए गए हैं. जिस वजह से बच्चों को भी धरना स्थल पर लाना पड़ रहा है. जिससे बच्चों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
धरने पर बैठे एएनएम और जीएनएम कर्मियों का कहना है कि सरकार उनकी बातों को गंभीरता से नहीं ले रही है. उन्होंने कहा कि जब तक नियुक्ति के लिए अधियाचना जेएसएससी को नहीं भेजी जाएगी और विज्ञापन नहीं निकाला जाएगा तब तक उनका विरोध जारी रहेगा. फिलहाल स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन के बाद एएनएम और जीएनएम कर्मियों ने 1 जुलाई को अपने संगठन की बैठक रखी है. उसके बाद ही धरना को समाप्त करने का निर्णय लिया जा सकेगा.