रांचीः जदयू झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर लगातार सक्रिय दिख रहा है. पार्टी के नेताओं का भी झारखंड दौरा जारी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता अली अशरफ फातमी रांची पहुंचे. जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि झारखंड में जदयू इस बार अपनी जगह जरूर बनाएगा और झारखंड चुनाव के बाद सरकार गठन में अपना अहम भूमिका निभाएगी.
वहीं, नीतीश कुमार के झारखंड में चुनाव प्रचार नहीं करने पर मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए अली अशरफ फातमी ने कहा कि भले ही नीतीश कुमार झारखंड में चुनाव प्रचार करने नहीं आ रहे हों, लेकिन उनके विचारधारा पर पार्टी राज्य में चुनाव लड़ रही है. उन्होंने अन्य राज्यों का हवाला देते हुए बताया कि कई जगह पर जदयू ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. किसी भी जगह पर जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रचार-प्रसार करने नहीं गए थे, लेकिन इसके बावजूद भी जनता दल यूनाइटेड के कार्यकर्ताओं ने अपने मेहनत पर पार्टी को राज्य में खड़ा किया है.
जदयू भाजपा की बी टीम नहीं
जदयू को विपक्ष ने भाजपा की बी टीम कहा था, इस पर अली अशरफ फातमी ने कहा कि पार्टी एनडीए का हिस्सा बनकर बिहार सरकार में शामिल है तो वहीं केंद्र में एनडीए का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि झारखंड में जदयू ने राज्य सरकार के खिलाफ 10 सूत्री कार्यक्रम के साथ मोर्चा खोला है.
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नीतीश कुमार प्रधानमंत्री के रूप में बेहतर विकल्प
नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री के रूप में आगे करने के सवाल पर नेता अली अशरफ फातमी ने कहा कि नीतीश कुमार निश्चित रूप से प्रधानमंत्री के मजबूत कैंडिडेट हैं. अगर जनता दल यूनाइटेड अपने आप को राष्ट्रीय पार्टी बनाकर जनता जल यूनाइटेड के राष्ट्राध्यक्ष नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री के रूप में पेश करना चाहती है तो इसमें कोई बुराई नहीं है और वह प्रधानमंत्री के चेहरे के लायक भी हैं.
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वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो नीतीश कुमार खुद को प्रधानमंत्री के चेहरे के रूप में स्थापित करने के लिए अपने पार्टी को राष्ट्रीय स्तर का पार्टी बनाना चाहते हैं. इस वजह से वह सभी जगहों पर चुनाव लड़ने का काम कर रहे हैं. झारखंड में भी पार्टी जनता के बीच जाकर अपने वोट प्रतिशत को बढ़ाकर राष्ट्रीय पार्टी बनने की ओर अग्रसर है.