रांची: झारखंड में बकरीद पर्व के मद्देनजर राजभर में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं. झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलों के एसपी और रेंज डीआईजी के साथ सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों का जायजा लिया. वहीं बकरीद की सुरक्षा को लेकर राजधानी रांची में भी सीनियर एसपी ने देर रात सभी थाना प्रभारियों और डीएसपी के साथ बैठक की.
संवेदनशील जगहों को चिन्हित कर तैनाती: राज्य पुलिस मुख्यालय ने जिलों के एसपी को आदेश दिया है कि वह अपने अपने जिलों में संवेदनशील जगहों को चिन्हित कर लें. संवेदनशील जगहों पर उसी अनुपात में बलों की तैनाती का निर्देश दिया गया है. राजधानी रांची, जमशेदपुर, गिरिडीह, हजारीबाग में पहले से अतिरिक्त बलों की तैनाती है. रांची में बकरीद के मौके पर अलग से केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी. राज्य सरकार ने बकरीद में सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय बलों की प्रतिनियुक्ति की मांग की थी. जिसके बाद केंद्र ने छह कंपनी केंद्रीय बलों को भेजने की अनुमति दी है, वहीं दो कंपनी रैफ की भी प्रतिनियुक्ति कर दी गई है.
असमाजिक तत्वों को भी चिन्हित किया जाए: राज्य पुलिस मुख्यालय के वीडियो कांफ्रेंसिंग में जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि वैसे लोगों को चिन्हित किया जाए जो धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने में पूर्व में शामिल रहे हो, साथ ही उनके खिलाफ पूर्व में केस भी दर्ज हो. जरूरत पड़ने पर निरोधात्मक कार्रवाई का निर्देश भी पुलिस मुख्यालय ने दिया है. सभी जिलों के एसपी को निर्देशित किया गया है कि शांति समिति से जुड़े लोगों से संपर्क में रहें, साथ ही स्थानीय थानेदारों को भी थाने की शांति समिति के सदस्यों के संपर्क में रहने का निर्देश दिया गया है.
एसएसपी ने की बैठक: वहीं दूसरी तरफ गुरुवार की रात एसएसपी रांची सुरेंद्र झा ने रांची के सभी डीएसपी और थानेदारो के साथ अपने आवासीय कार्यालय में बैठक की. बैठक का मुख्य उद्देश्य बकरीद, घूरती रथ यात्रा और श्रावण मास में शिवालयों में उमड़ने वाली भीड़ की सुरक्षा को लेकर था. रांची के एसएसपी ने बताया कि बकरीद के दौरान सुरक्षा का चाक-चौबंद व्यवस्था रहेगी.10 जून को जिस तरह से रांची के माहौल को खराब किया गया था उसमें अब काफी सुधार आया है. दोनों समुदाय के लोग मिलजुलकर आगामी पर्व को मनाएंगे इसकी पूरी तैयारी की गई है.