रांची: देश अब मेक इन इंडिया के सपने को साकार करने को लेकर आगे बढ़ चुका है और यह सपना तभी साकार होगा जब नए-नए आइडियाज के साथ युवाओं को एक बेहतर प्लेटफार्म मिले और बच्चों में छिपी प्रतिभाओं की पहचान हो सके.
इसी उद्देश्य से इंस्पायर अवॉर्ड स्कीम बच्चों में छिपे प्रतिभा को तलाश कर रही है, जिसको लेकर रांची के जिला स्कूल में विज्ञान सह प्रोजेक्ट प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इस प्रदर्शनी में बच्चे कई ऐसे इनोवेटिव आइडिया लेकर इस विज्ञान प्रदर्शनी में अपना प्रोजेक्ट लाए, जिसको देखकर आप वाकई दंग रह जाएंगे. बच्चों ने साइकिल का पेंडल मारकर वाशिंग मशीन से कपड़े धोने की मशीन हो या फिर विद्युत चालित हथोड़ा, प्रदर्शनी कर रहे बच्चों ने बताया कि हमारे पूर्वज घंटों लोहे पीटते रहते थे और दिन भर में एक बर्तन बनाते थे उसी को देखकर एक ऐसे विद्युत चालित हथौड़े का निर्माण किया गया है.
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इस हथोड़े से अब 1 घंटें में लगभग 6 से 7 बर्तन तैयार किया जा सकता है. भारत सरकार द्वारा इंस्पायर अवार्ड आयोजन का उद्देश्य बच्चों के अंदर रचनात्मक विचारों को बाहर लाना हैं, उन्हें प्रोत्साहित करना है. साथ ही बच्चों में छुपे इनोवेटिव आइडिया को लेना, इसमें बच्चों का ग्राउंड लेवल से चयन किया जाता है. सबसे पहले जिलास्तर फिर राज्यस्तर और फिर इंटरनेशनल लेवल पर इनकी प्रतियोगिता होती है और बच्चों में छिपे इनोवेटिव आइडिया को इंस्पायर अवार्ड प्लेटफॉर्म देती है.