रांची: बीजेपी से बगावत कर जमशेदपुर पूर्वी सीट से मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले मंत्री सरयू राय ने शुक्रवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफा सौंपने के बाद उन्होंने कहा कि पार्टी से उनका निष्कासन या निलंबन को लेकर राज्य स्तरीय समिति कोई फैसला नहीं ले सकती है.
विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर पश्चिमी से पार्टी के टिकट नहीं मिलने के बाद बगावती तेवर अपनाए हुए सरयू राय ने शुक्रवार को मंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद उन्होंने रघुवर दास पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने बीजेपी प्रदेश समिति को चुनौती देते हुए कहा कि वह पार्टी के राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य हैं. उनके बारे में कोई भी फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय स्तर के लोग ही ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में पार्टी की कमेटी उनकी शिकायत कर सकती है, लेकिन कोई निर्णय नहीं ले सकती है. उन्होंने राज्य के बीजेपी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि यहां के नेताओं को पहले पार्टी का संविधान पढ़ना चाहिए और उसके बाद इस तरह की बातें करनी चाहिए.
ईवीएम हैकर रांची पहुंच चुके हैं
सरयू राय ने कहा कि उन्हें बेंगलुरु से शुभचिंतकों ने फोन कर बताया है कि ईवीएम को हैक करने वाले कुछ लोग रांची में पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए बाकायदा वेबसाइट और उससे जुड़े लोग सक्रिय हैं, ऐसी सूचना उन्हें मिल रही है. सरयू ने कहा कि राजधानी के कुछ होटलों का नाम लेकर भी उन्हें सूचना दी गई है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे को उन्होंने फोन से सूचित कर दिया है. अब आयोग इस तरह के मामलों को देखेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ संभव नहीं है और कोई भी अधिकारी इस तरह के काम में संलिप्त होना पसंद नहीं करेगा.
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महिला आयोग के अध्यक्ष को दिया खुला चैलेंज
जमीन संबंधी मामले को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें मीडिया से खबर मिली है कि उनके खिलाफ महिला आयोग में जमीन संबंधी मामले की शिकायत की गई है. हैरत की बात यह है कि यह मामला रेवेन्यू से जुड़ा हुआ है. ऐसे में महिला आयोग को इस तरह के मामले में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है. इस संबंध में उन्होंने कहा कि 2001 में जिस जमीन की बाउंड्री हो चुकी है उसके बारे में अभी शिकायत आना अजीबो गरीब है. उन्होंने कहा कि जिस जमीन के संबंध में शिकायत की जा रही है वह जमीन वे अलग-अलग लोगों से खरीदी है. सरयू राय ने कहा कि अगर महिला आयोग की अध्यक्ष अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कोई कदम उठाया तो उसके खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे. उन्होंने कहा कि हर महिला आयोग की अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री के विधानसभा इलाके में जाकर पार्टी के पक्ष में चुनाव प्रचार किया है. आयोग की अध्यक्ष खुद पद छोड़ दें या अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करें.