रांची: कुड़मी, कुर्मी और महतो को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का प्रस्ताव लाए जाने के विरोध में केंद्रीय सरना समिति के लोग सड़क पर उतर आए हैं. राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सामने लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर इस प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की.
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि महतो जाति की परंपरा और धार्मिक अनुष्ठान अलग हैं. ऐसे में कुड़मी, कुर्मी और महतो जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने से उनकी जाति का अपमान होगा. अगर इस प्रस्ताव को वापस नहीं लिया गया तो झारखंड में इसके लिए बड़ा आंदोलन करेंगे.
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झारखंड में कुड़मी, कुर्मी और महतो की बड़ी आबादी है और यह जाति ओबीसी में आरक्षित है. झारखंड राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने इस जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का प्रस्ताव लाया है. जिसका विरोध अभी से ही शुरू हो गया है. केंद्रीय सरना समिति इस प्रस्ताव का विरोध कर रही है.