रांचीः राजधानी रांची के विभिन्न स्कूलों में सोमवार से किताबों की बिक्री शुरू कर दी गई .उपायुक्त कार्यालय द्वारा 35 स्कूलों को विभिन्न प्रकाशनों की किताब बेचने की अनुमति दी गई है. इसी के तहत सोमवार से रांची के विभिन्न स्कूलों में किताबों की बिक्री शुरू की गई.
गौरतलब है कि लगातार अभिभावकों की मांग और बच्चों की पढ़ाई में हो रही परेशानी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. इसके अलावा किताब विक्रेताओं द्वारा भी केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के आदेश का हवाला देते हुए जिला प्रशासन से किताब बेचने की मांग की गई थी.
इसी मांग पर अमल करते हुए उपायुक्त कार्यालय से एक निर्देश दिया गया कि विभिन्न स्कूल प्रबंधक अपने स्तर से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बच्चों को किताबें मुहैया कराएं और उनकी पठन-पाठन सुनिश्चित करें.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
इसी के तहत राजधानी रांची के कुल 35 स्कूलों में सोमवार से पुस्तक विक्रेताओं द्वारा स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए किताबें बेची गईं.
स्कूलों को प्रत्येक दिन एक ही कक्षा की पुस्तकों का वितरण करने ,सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर दो 2 मीटर पर घेरा बनाने अभिभावक और विद्यार्थियों में से एक को ही स्कूल में प्रवेश देने को कहा गया था और इसका बेहतरीन तरीके से पालन हुआ भी.
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राजधानी रांची के अधिकतर स्कूलों ने जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए नियम कानून का पालन किया और अभिभावकों ने अनुशासित होकर किताबें खरीदी.
एसएमएस के जरिए अभिभावकों को दी गई थी जानकारी
गौरतलब है कि इससे पहले ही विभिन्न स्कूल प्रबंधकों द्वारा अभिभावकों को मोबाइल पर एसएमएस के जरिए जानकारी दे दी गई थी कि कब किस क्लास की किताब दी जाएगी और इसी के तहत अभिभावक स्कूल पहुंचे और बच्चों की किताबें खरीदी. स्कूलों द्वारा सूचना दिए जाने के बाद ही अभिभावकों को स्कूल आने की अनुमति दी गई थी.
इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर तमाम स्कूलों में मुकम्मल व्यवस्था दिखी वहीं किताब मुहैया कराने वाले भी तमाम सुरक्षा के मानकों का पालन करते दिखे .
हैंड ग्लब्स , मास्क, सैनिटाइजर के अलावा जो कर्मचारी किताब दे रहे थे वह पूरी तरह सुरक्षा कवच के घेरे में दिखे .कुल मिलाकर कहें तो किताब मुहैया कराने के दौरान तमाम सुरक्षात्मक कदम उठाए गए थे.