रांची: राजधानी रांची में साथिया सम्मेलन आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में मौजूद स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख ने कहा कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के 6 उद्देश्य हैं. जिनमें किशोर के पोषण को बढ़ाना, प्रजनन, मातृ स्वास्थ्य को सक्षम बनाना, मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाना, किशोर में क्षति और हिंसा की रोकथाम, नशा प्रवृति की रोकथाम और गैर संचारी रोगों की रोकथाम हैं.
कार्यक्रम में मौजूद डॉक्टर आरएन शर्मा ने कहा कि वर्तमान समय में अधिकांश किशोर किशोरी मानसिक तनाव एवं गैर संचारी रोग से प्रभावित हो रहे हैं. इसके लिए आवश्यक है कि लोग एक नियमित दिनचर्या अपना कर अपना जीवन शैली में परिवर्तन करें और इन सभी समस्याओं से खुद को बचाएं.
कार्यक्रम मौजूद स्वास्थ्य विभाग के अभियान निदेशक ने बताया कि आज के समय में शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ्य रहना जरूरी है तभी देश के युवा मजबूत राष्ट्रीय निर्माण में अपनी अहम योगदान निभा सकते हैं. कार्यक्रम में मौजूद स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि साथिया राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चलाए जा रहे कार्यक्रम की जानकारी गांव गांव तक पहुंचाएं. उन्होंने कार्यक्रम में आए पदाधिकारी को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि किशोर किशोरियों तक यह संदेश पहुंचाएं की वह अपनी किसी भी समस्या को माता-पिता के साथ शेयर करें. इसके अलावा कुपोषण और एनीमिया जैसी बीमारियों को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों में जाकर किशोर किशोरियों की जांच करते रहें.
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्र किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम से संबंधित विभिन्न पुस्तकों एवं सहिया कैलेंडर का विमोचन किया गया. वहीं राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जागरूकता फैलाने के लेकर कई तरह के स्वास्थ्य संबंधित स्टॉल भी लगाए गए. कार्यक्रम में अभियान निदेशक आलोक त्रिवेदी, अभियान निदेशक विद्यानंद शर्मा, निदेशक प्रमुख डॉ वीरेंद्र कुमार, लक्ष्मी नारायण किशोर, डॉ आनंद शर्मा, डॉ राकेश दयाल, डॉ पुष्पा, दुलाल मांझी, डॉ कमलेश कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे.
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