रांचीः कांके थाना क्षेत्र में बीते दिन सरस्वती पूजा प्रतिमा विसर्जन के दौरान बवाल हो गया. मामले की जनकारी मिलने पर स्थिति को संभालने पुलिस पर भी हमला कर दिया गया. पुलिस के साथ जमकर धक्का-मुक्की हुई. हालांकि विसर्जन जुलूस में शामिल पुलिस ने कड़ा रूख अपनाकर भीड़ को उल्टे पैर भागने के लिए मजबूर कर दिया. बाद में पुलिस ने इस बवाल के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इसमें से एक झारखंड पुलिस का जवान भी है.
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क्या है पूरा मामलाः कांके के वेटनरी कॉलेज के पास रिंग रोड से सरस्वती पूजा विसर्जन शोभा यात्रा निकाली जा रही थी. इस दौरान कुछ लोगों ने रात सड़क जाम कर हंगामा कर दिया. इस दौरान जाम हटाने पहुंची कांके पुलिस की टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया. बदमाश थाना प्रभारी बृज कुमार, एसआई अभिजीत रंजन रंजन समेत अन्य पुलिसकर्मियों के साथ उलझ गए. आरोप है कि उनके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की गई. बदमाशों ने पुलिसकर्मियों को खदेड़कर लाठी-डंडों से पीटा. इस घटना में एसआई समेत कई पुलिसकर्मियों को चोटें भी आईं हैं. सूचना पर दूसरे पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, फिर पुलिसकर्मियों ने बदमाशों पर लाठियां चटकाईं. इससे अफरा-तफरी मच गई.
ये है झारखंड पुलिस का जवानः इस मामले में अभिजीत रंजन के बयान पर सात बदमाशों के खिलाफ कांके थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. वहीं पुलिस ने चार आरोपियों आनंद तिर्की, अजीत कुमार महतो, रोहित राम और दीपक मुंडा उर्फ बबलू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोपी दीपक झारखंड पुलिस का जवान है. वहीं इस घटना में शामिल तीन आरोपी शिवम मुंडा, मनजीत महतो और सुमित महतो फरार हैं. फरार आरोपियों को दबोचने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी भी कर रही है.
सड़क पर गाड़ी लगाकर कर रहे थे झगड़ा, समझाने गई पुलिस से उलझेः कांके थाना प्रभारी बृज कुमार दल-बल के साथ बीते दिन सुकुरहुट्टू में मूर्ति विसर्जन करने के बाद लौट रहे थे. पुलिस की टीम होचर होते हुए वेटनरी कॉलेज जाने वाले रास्ते में जुमार पुल के पास पहुंची तो यहां मूर्ति विसर्जन करने जा रही एक टीम सड़क पर गाड़ी लगाकर जाम लगाई थी. साथ ही विसर्जन शोभा यात्रा में शामिल लोग आपस में झगड़ा कर रहे थे. एसआई अभिजीत रंजन ने झगड़ा कर रहे लोगों को जाम हटाने के लिए कहा. इसी क्रम में जुलूस में शामिल 10 से 15 की संख्या में बदमाशों ने पुलिसकर्मियों की गाड़ी को घेर ली और गाली गलौज करते हुए उनके साथ धक्का-मुक्की कर मारपीट शुरू कर दी. बदमाशों की संख्या अधिक होने की वजह से पुलिस पीछे हट गई. लेकिन बदमाश इतने से शांत नहीं हुए, उन्होंने बीच सड़क पर जमकर उत्पात मचाया.
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पिस्टल छीनने की कोशिश, जैकेट फाड़कर निकाल लिया पैसाः एसआई ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि मारपीट के दौरान आरोपियों ने उनसे सरकारी पिस्टल छीनने की कोशिश की. बदमाशों से जब वे अपनी पिस्टल बचाने लगे तब बदमाशों ने उनका जैकेट पकड़ लिया. आरोप है कि उसे फाड़कर उसमें रखे 25 सौ रुपये भी निकाल लिए. यहां तक कि आरोपियों ने उनका टार्च भी छीन लिया. बदमाश इतने उग्र हो चुके थे कि उनकी वर्दी का कॉलर पकड़कर विसर्जन के लिए जा रहे ट्रैक्टर में उन्हें दबा दिया. इसके बाद सभी मिलकर उनके साथ जमकर मारपीट की. इस घटना में उनके हाथ, पैर, गला, केहुनी समेत अन्य जगहों पर गंभीर चोटें लगीं.
खदेड़कर पुलिस ने तीन को दबोचा ः हालत यह हुई की विसर्जन में शामिल बदमाशों ने पुलिस को ही खदेड़ दिया. इसके बाद थाने से गश्ती पुलिस को बुलाया गया. इसके बाद पुलिस की टीम ने बदमाशों को खदेड़ा और लाठियां चटकाईं. इस दौरान पुलिस ने चार आरोपियों को दबोच लिया गया. पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम अजीत कुमार महतो ग्राम पतराटोली, आनंद तिर्की ग्राम पतराटोली, रोहित राम ग्राम पतराटोली, दीपक मुंडा उर्फ बबलू ग्राम गागी कांके बताया. सभी को पुलिस ने सोमवार को जेल भेज दिया.