नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं झारखंड कांग्रेस के प्रभारी रहे आरपीएन सिंह ने बीजेपी में शामिल होने के बाद ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी के कामकाज से प्रभावित होकर बीजेपी में आया हूं. देश में तेजी से विकास हो रहा है. उसमें अपना योगदान देना चाहता हूं. बिना किसी शर्त के बीजेपी में आया हूं.
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उन्होंने कहा कि पार्टी जो भी काम देगी, उसको पूरी मेहनत और ईमानदारी से करूंगा. यूपी में बीजेपी की लहर है. प्रचंड बहुमत के साथ फिर से बीजेपी की सरकार बनेगी. 300 से ज्यादा सीट बीजेपी यूपी में जीतेगी. पार्टी कहेगी तो विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. वहीं झारखंड के 8-9 विधायक आरपीएन के संपर्क में हैं. इस पर उन्होंने कहा कि झारखंड कांग्रेस के कितने विधायक मेरे संपर्क में हैं इसपर अभी मैं भी कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा.
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. यूपी से तीन बार कांग्रेस के विधायक एवं एक बार सांसद रहे आरपीएन सिंह बीजेपी में शामिल हो गय हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ पडरौना से विधानसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं. आरपीएन कुर्मी समुदाय से आते हैं. उनके जरिये यूपी में बीजेपी कुर्मी समुदाय को साधने की कोशिश करेगी.
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आरपीएन कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज थे. यूपी विधानसभा चुनाव में उनको कोई बड़ी जिम्मेदारी भी कांग्रेस ने नहीं दी थी. सोमवार को ही यूपी चुनाव में स्टार प्रचारकों की सूची में कांग्रेस ने उनको शामिल किया था. राज्यसभा की सीट चाहते थे जो कांग्रेस ने नहीं दिया. वहीं झारखंड कांग्रेस के प्रभारी रहे आरपीएन के साथ झारखंड कांग्रेस के 18 में से 8-9 विधायक संपर्क में बताये जा रहे हैं. बड़ा सवाल है कि क्या झारखंड की हेमंत सरकार को वो गिरा देंगे.
झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा मोर्चा, कांग्रेस और राजद गठबंधन की सरकार है. RPN के BJP में आने से झारखंड कांग्रेस संगठन में भी घमासान मच सकता है. प्रदेश के सीनियर नेताओं की नाराजगी के बावजूद RPN ने राजेश ठाकुर को झारखंड कांग्रेस का अध्यक्ष बनवाया. अब क्या सीनियर नेता राजेश ठाकुर को ठीक से काम करने देंगे? यह देखने वाली बात होगी.