रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से कॉमर्स के साथ-साथ आर्ट्स के रिजल्ट का भी प्रकाशन किया गया है. गुरुवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने रिजल्ट जारी किया. स्टेट के आर्ट्स स्ट्रीम के सेकंड स्टेट टॉपर राजधानी रांची से हैं. खूंटी के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले रांची संत जेवियर कॉलेज के छात्र रोहित कच्छप ने आर्ट्स में रांची सिटी में टॉप किया है. वहीं स्टेट टॉपर की सूची में दूसरे नंबर पर हैं.
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खूंटी के किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले अपने बड़ी मम्मी के साथ रोहित कच्छप रांची के कोकर तिरिल बस्ती में रहते हैं. संत जेवियर कॉलेज से झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से आयोजित इंटरमीडिएट आर्ट्स संकाय में परीक्षा दिया था. जिसका नतीजा भी सबके सामने है. रोहित इंटरमीडिएट आर्ट्स स्ट्रीम में स्टेट के सेकंड टॉपर हैं. वहीं रांची सिटी टॉपर लिस्ट में सबसे ऊपर हैं.
रोहित बचपन में ही अपने माता-पिता का घर छोड़कर रांची के कोकर तिरिल बस्ती स्थित बड़ी मम्मी और पापा के घर पढ़ाई करने के लिए आया था. पिछले वर्ष कोरोना के कारण रोहित के बड़े पापा का निधन हुआ है. इसके बावजूद रोहित की बड़ी मम्मी के घर उनके सगे संबंधियों के सात बच्चे रांची में रहकर पढ़ाई कर रहे है. जिसमें से एक रोहित भी है. रोहित और उसके परिवार वालों ने जानकारी दी कि रोहित की बड़ी मम्मी घर के बाहर ही सब्जी बेचती हैं. पापा खूंटी में किसान है. परिजनों का घर भी खूंटी और अन्य जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में है. पढ़ाई करने के लिए ही वे अपने बच्चो को शहर में स्थित इस घर में रखते हैं. बच्चे बड़ी मम्मी के साथ एक ही घर में रांची के कोकर स्थित तिरिल बस्ती में रहते हैं.
रोहित की बड़ी मम्मी का कहना है कि इसी घर में रहकर और 5 बच्चे कई सरकारी जॉब में नौकरी कर रहे हैं. उन्हीं की निगरानी में यह तमाम बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. अच्छे नंबरों के साथ पास किया है और आज वे नौकरी कर रहे हैं. रोहित ने भी बेहतर करके परिवार का नाम ऊंचा किया है. खूंटी से रांची पहुंचे रोहित के पिता ने भी रोहित की इस उपलब्धि पर उसके बड़ी मम्मी को ही श्रेय दिया है. रोहित की बड़ी मम्मी की माने तो कोरोना के कारण जब उनके पति का निधन हुआ था. तब पूरा परिवार टूट चुका था. इसके बावजूद बच्चों को वह अपने बच्चे की तरह पाल रहे हैं और पढ़ाई के प्रति उन्हें समय-समय पर जागरूक भी करते हैं .
रोहित ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान कहा कि कभी पढ़ाई के लिए वे समय तय नहीं करते है. सिर्फ 1 दिन का लक्ष्य लेकर पढ़ाई करते हैं. रोहित का अगला लक्ष्य यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा है. फिलहाल वह ग्रेजुएशन पूरा करेंगे और प्रतियोगी परीक्षाओं का तैयारी में भी जुटेंगे.