रांची: पीएम मोदी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए बेंगुलरू में होने वाली प्रस्तावित बैठक फिलहाल टल गई है. तो वहीं दूसरी तरफ झारखंड में सत्ताधारी महागठबंधन दलों ने अपने-अपने राजनीतिक नफा नुकसान के हिसाब से उम्मीदवारी का हिसाब लगाना शुरू कर दिया है. अभी कांग्रेस की विनिंग सिंहभूम लोकसभा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के दावे वाली खबर पुरानी भी नहीं पड़ी थी कि अब झारखंड राजद ने राज्य में 14 में से 04 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की दावेदारी करते हुए पार्टी सुप्रीमो को पत्र भेजा है.
ये भी पढ़ें: Ranchi RJD District Committee: राष्ट्रीय जनता दल जिला कमिटी के पदाधिकारियों की पहली सूची जारी, 22 नामों का हुआ ऐलान
राजद के बेहद विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों राजद के प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों की बैठक में एक मत से राय बनीं कि झारखंड में लालू प्रसाद के समर्थकों की बड़ी संख्या है. ऐसे में पार्टी चार लोकसभा सीट पलामू, चतरा, कोडरमा और गोड्डा सीट पर चुनाव लड़ें. विश्वसनीय सूत्र ने बताया कि चार लोकसभा सीट पर दावेदारी से संबंधित पत्र पार्टी सुप्रीमो को भी भेज दिया गया है, जिस पर अंतिम फैसला लालू प्रसाद करेंगे.
23 जून को बिहार की राजधानी पटना में हुए 15 से अधिक विपक्षी दलों की गोलबंदी के बाद इस बात की तैयारी जोरों पर है कि मोदी के खिलाफ अगर विपक्षी एकता का महागठबंधन खड़ा होता है तो उसका स्वरूप क्या हो और कैसा हो? लेकिन इस सब के बीच जिस महागठबंधन को राष्ट्रीय स्तर पर खड़ा करने की कवायद चल रही है, तो झारखंड में पहले से ही बना महागठबंधन के दलों के बीच लोकसभा सीट को लेकर शह और मात का खेल शुरू हो गया है. महागठबंधन के दलों के नेताओं की एक के बाद एक बयानबाजी का एक दौर से शुरू हो गया है. पहले कांग्रेस के विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने लोकसभा की 09 सीटों पर दावेदारी ठोक कर 9-4-1 का फार्मूला पर आगे बढ़ने की बात कही. फिर झामुमो ने तो विधायकों की संख्या के आधार पर कांग्रेस की विनिंग सिंहभूम लोकसभा सीट पर ही एक तरह से दावेदारी कर दी. यह सिलसिला आगे बढ़ा तो अब राजद का प्रदेश नेतृत्व पलामू, चतरा, कोडरमा और गोड्डा की सीट पर लालटेन जलाने की बात कर रहा है. राज्य में महागठबंधन में राजद की भूमिका क्या होगी यह लालू प्रसाद को ही तय करना है.
04 जुलाई को झामुमो केंद्रीय समिति की हुई अहम बैठक में भी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारी और 05 लाख नए कार्यकर्ता बनाने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई. हालांकि यह बात सामने नहीं आ पाई की पार्टी ने अपनी रणनीति के लिए कौन-कौन से मुद्दों पर काम करने की योजना बनाई है. लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए किन-किन सीटों पर चुनाव लड़ने की बात हो रही है. यह बात भी खुलकर झामुमो की ओर सामने नहीं आयी है, लेकिन इससे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा के कई बड़े नेता यह कर चुके हैं उनकी पार्टी पूरे झारखंड में लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है.
5 जुलाई को राष्ट्रीय जनता दल के 27 वें स्थापना दिवस समारोह में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव ने कहा कि राजद ने केंद्र से मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है. लेकिन इस संकल्प को पूरा करने में झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस के साथ साथ राजद की क्या और कैसी भूमिका रहेगी इस पर चुप्पी साध गए. विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि झारखंड राजद की इच्छा 04 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की है. मिशन 2024 की तैयारी में जुटे झारखंड के सभी राजनीतिक दल, राजनीति की चल रही हवा में सियासी नब्ज टटोलने में जुटे हुए हैं. यही वजह है कि राष्ट्रीय जनता दल की झारखंड इकाई ने भी अपने तरफ से 04 लोकसभा सीटों पर दावेदारी का तुरुप का पत्ता फेंक दिया है.
लालू प्रसाद को पत्र भेजा गया है तो संभव है कि कोई न कोई राजनीतिक रणनीति इस पर जरूर तैयार होगी. 04 सीटें कैसे जनता दल को मिलेगी यह एक बड़ा सवाल है. क्योंकि अगर वर्तमान परिस्थिति में राजनीति की चर्चा करें तो एकदम असंभव सा लगता है. कांग्रेस ने पहले ही 09-04-01 का फार्मूला दे दिया है. यही फार्मूला 2019 के लोकसभा चुनाव में भी तय हुआ था, लेकिन राजद ने इसे अंगूठा दिखाते हुए चतरा लोकसभा सीट पर कांग्रेस के साथ साथ अपना उम्मीदवार दे दिया था. ऐसे में अब सवाल यह उठने लगा है कि सत्ता में शामिल होने के बावजूद क्या राष्ट्रीय जनता दल चार लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी काफी सोच समझ कर कर रहा है और यदि हां, तो फिर राजद सुप्रीमो प्रदेश राजद के दावे पर क्या फैसला लेते हैं.