ETV Bharat / state

झारखंड अल्पसंख्यक आयोग के गठन में उपेक्षा से राजद नेता मर्माहत, लालू यादव के पास पहुंचा मामला

झारखंड अल्पसंख्यक आयोग के गठन में राजद को जगह नहीं दी गई है. इससे राजद के नेता मर्माहत हैं. उन्होंने लालू यादव को इस मामले को लेकर अवगत करा दिया है.

formation of Jharkhand Minority Commission
formation of Jharkhand Minority Commission
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 14, 2023, 8:36 PM IST

राजद की उपेक्षा पर नेताओं के बयान

रांची: झारखंड में लगातार कम होते जनाधार के बीच झामुमो और कांग्रेस द्वारा अल्पसंख्यक आयोग के गठन में राजद की उपेक्षा से झारखंड राजद के नेता मर्माहत हैं. राष्ट्रीय जनता दल के नेता दबे स्वर में कह रहे हैं कि अल्पसंख्यक आयोग में राजद को जगह नहीं दिए जाने की जानकारी लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को दे दी गयी है. अभी उनके नेता ने संगठन को राज्य में सशक्त बनाने का आदेश दिया है. युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव ने कहा कि राजद के आधार वोटर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहे हैं. उनकी आस्था लालू प्रसाद की नीतियों में रही है. ऐसे में अल्पसंख्यक आयोग के गठन से राष्ट्रीय जनता दल को दूर रखने का मामला लालू प्रसाद के संज्ञान में है.

यह भी पढ़ें: लंबे अंतराल के बाद झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग का हुआ गठन, झामुमो को अध्यक्ष तो कांग्रेस को मिला उपाध्यक्ष का पद

09 सितंबर को सरकार ने 11 सदस्यीय राज्य अल्पसंख्यक आयोग के गठन की अधिसूचना जारी की थी. राजद को उम्मीद थी कि कम से कम अल्पसंख्यक और पिछड़ा आयोग के गठन में राजद की उपेक्षा नहीं होगी. क्योंकि पिछड़ों और अल्पसंख्यको में राजद का मजबूत पकड़ रहा है. ऐसे में जब अल्पसंख्यक आयोग में भी राजद को कोई जगह नहीं मिली तो अब राजद के नेताओं को लगने लगा है कि यही हाल रहा तो उनका आधार वोट भी उनसे छिटककर कांग्रेस-झामुमो की ओर चला जायेगा. अपने आधार वोट के खिसकने के इसी डर ने अल्पसंख्यक आयोग में राजद की उपेक्षा के मामले को लालू प्रसाद तक पहुंचा दिया है.

जब 01 से 11 होंगे तब कोई उपेक्षा नहीं कर सकेगा- रंजन यादव: अल्पसंख्यक आयोग के गठन में भी राजद की उपेक्षा से मर्माहत रंजन यादव ने कहा कि उनके नेता ने संगठन को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं. जब संगठन मजबूत होगा और हम एक विधायक से 11 विधायक होंगे तब कोई हमारी उपेक्षा नहीं कर सकेगा. राजद नेता ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय कभी राजद से जुदा नहीं होगा क्योंकि उन्हें पता है कि अभी महागठबंधन में उनकी ताकत क्या है. रंजन यादव ने कहा कि हमारे नेता की पहली प्राथमिकता भाजपा को राज्य की सत्ता से बाहर करने का था. उसमें हमें सफलता मिली, अब आगे के चुनाव के लिए राजद का रुख उनके नेता तय करेंगे.

बोर्ड और निगम में सीटें सीमित-शहजादा अनवर: राज्य अल्पसंख्यक आयोग में इंडिया दलों और विशेषकर राजद को भी आयोग से दूर रखने के सवाल पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि इंडिया गठबंधन में सभी दलों का सम्मान है. पर यह भी ध्यान रखना होगा कि इंडिया गठबंधन बाद में बना. पहले से राज्य में झामुमो, कांग्रेस और राजद के प्री पोल अलायन्स है. एक विधायक होते हुए भी सत्ता में राजद को भागीदारी दी गयी है. कुटिल मुस्कान के साथ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर ने कहा कि अल्पसंख्यक आयोग में राजद को जगह नहीं मिली. अभी अन्य बोर्ड निगम में उसे जगह दी जाएगी.

अभी तक राज्य में नव गठित बोर्ड में सिर्फ झामुमो-कांग्रेस: झारखंड राजद के नेताओं को इस बात का मलाल है कि राज्य में राज्य में गौ सेवा आयोग, धार्मिक न्यास बोर्ड, कृषि विपणन पर्षद, झारखंड राज्य आवास बोर्ड, बाल संरक्षण आयोग, अल्पसंख्यक आयोग, युवा आयोग के गठन में इंडिया दलों की बात तो दूर चुनाव पूर्व महागठबंधन के सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल को एक सदस्य के लायक भी नहीं समझा गया. इस बात का मलाल झारखंड राजद के हर नेता को है कि राजद को लेकर कांग्रेस और झामुमो के नेताओं ने बड़ा दिल नहीं दिखाया है.

राजद की उपेक्षा पर नेताओं के बयान

रांची: झारखंड में लगातार कम होते जनाधार के बीच झामुमो और कांग्रेस द्वारा अल्पसंख्यक आयोग के गठन में राजद की उपेक्षा से झारखंड राजद के नेता मर्माहत हैं. राष्ट्रीय जनता दल के नेता दबे स्वर में कह रहे हैं कि अल्पसंख्यक आयोग में राजद को जगह नहीं दिए जाने की जानकारी लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को दे दी गयी है. अभी उनके नेता ने संगठन को राज्य में सशक्त बनाने का आदेश दिया है. युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव ने कहा कि राजद के आधार वोटर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहे हैं. उनकी आस्था लालू प्रसाद की नीतियों में रही है. ऐसे में अल्पसंख्यक आयोग के गठन से राष्ट्रीय जनता दल को दूर रखने का मामला लालू प्रसाद के संज्ञान में है.

यह भी पढ़ें: लंबे अंतराल के बाद झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग का हुआ गठन, झामुमो को अध्यक्ष तो कांग्रेस को मिला उपाध्यक्ष का पद

09 सितंबर को सरकार ने 11 सदस्यीय राज्य अल्पसंख्यक आयोग के गठन की अधिसूचना जारी की थी. राजद को उम्मीद थी कि कम से कम अल्पसंख्यक और पिछड़ा आयोग के गठन में राजद की उपेक्षा नहीं होगी. क्योंकि पिछड़ों और अल्पसंख्यको में राजद का मजबूत पकड़ रहा है. ऐसे में जब अल्पसंख्यक आयोग में भी राजद को कोई जगह नहीं मिली तो अब राजद के नेताओं को लगने लगा है कि यही हाल रहा तो उनका आधार वोट भी उनसे छिटककर कांग्रेस-झामुमो की ओर चला जायेगा. अपने आधार वोट के खिसकने के इसी डर ने अल्पसंख्यक आयोग में राजद की उपेक्षा के मामले को लालू प्रसाद तक पहुंचा दिया है.

जब 01 से 11 होंगे तब कोई उपेक्षा नहीं कर सकेगा- रंजन यादव: अल्पसंख्यक आयोग के गठन में भी राजद की उपेक्षा से मर्माहत रंजन यादव ने कहा कि उनके नेता ने संगठन को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं. जब संगठन मजबूत होगा और हम एक विधायक से 11 विधायक होंगे तब कोई हमारी उपेक्षा नहीं कर सकेगा. राजद नेता ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय कभी राजद से जुदा नहीं होगा क्योंकि उन्हें पता है कि अभी महागठबंधन में उनकी ताकत क्या है. रंजन यादव ने कहा कि हमारे नेता की पहली प्राथमिकता भाजपा को राज्य की सत्ता से बाहर करने का था. उसमें हमें सफलता मिली, अब आगे के चुनाव के लिए राजद का रुख उनके नेता तय करेंगे.

बोर्ड और निगम में सीटें सीमित-शहजादा अनवर: राज्य अल्पसंख्यक आयोग में इंडिया दलों और विशेषकर राजद को भी आयोग से दूर रखने के सवाल पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि इंडिया गठबंधन में सभी दलों का सम्मान है. पर यह भी ध्यान रखना होगा कि इंडिया गठबंधन बाद में बना. पहले से राज्य में झामुमो, कांग्रेस और राजद के प्री पोल अलायन्स है. एक विधायक होते हुए भी सत्ता में राजद को भागीदारी दी गयी है. कुटिल मुस्कान के साथ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर ने कहा कि अल्पसंख्यक आयोग में राजद को जगह नहीं मिली. अभी अन्य बोर्ड निगम में उसे जगह दी जाएगी.

अभी तक राज्य में नव गठित बोर्ड में सिर्फ झामुमो-कांग्रेस: झारखंड राजद के नेताओं को इस बात का मलाल है कि राज्य में राज्य में गौ सेवा आयोग, धार्मिक न्यास बोर्ड, कृषि विपणन पर्षद, झारखंड राज्य आवास बोर्ड, बाल संरक्षण आयोग, अल्पसंख्यक आयोग, युवा आयोग के गठन में इंडिया दलों की बात तो दूर चुनाव पूर्व महागठबंधन के सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल को एक सदस्य के लायक भी नहीं समझा गया. इस बात का मलाल झारखंड राजद के हर नेता को है कि राजद को लेकर कांग्रेस और झामुमो के नेताओं ने बड़ा दिल नहीं दिखाया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.