रांची: नागरिकता संशोधन कानून और नेशनल रजिस्ट्रेशन ऑफ सिटीजनशिप के विरोध में देशभर में प्रदर्शन के बाद अब झारखंड में आरजेडी इसका विरोध करता नजर आएगा. इसको लेकर पार्टी कार्यकर्ता मंगलवार को मोरहाबादी से राजभवन तक पैदल मार्च करेंगे.
सीएए पर लोगों को एकमत करने के लिए एक तरफ केंद्र सरकार, संघ और बीजेपी लगातार प्रयास कर रही है. वहीं दूसरी तरफ इन सभी प्रयासों के विपरीत सीएए के खिलाफ लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है. सीएए के विरोध को लेकर अब आरजेडी झारखंड में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने की तैयारी कर रही है. इसको लेकर मंगलवार को रांची के मोरहाबादी मैदान से राजभवन तक पैदल मार्च करेगी. जिसका नेतृत्व पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश यादव करेंगे. इसको लेकर ईटीवी भारत संवाददाता ने जयप्रकाश यादव से खास बातचीत की है.
1932 के खतियान लागू करने पर RJD ने चुप्पी साधी
एनआरसी-सीएए को लेकर जयप्रकाश यादव ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि बीजेपी देश में जाति और धर्म के आधार पर माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रही है, लेकिन आरजेडी इसका पुरजोर विरोध करते नजर आ रही है. साथ ही सीएए को लागू नहीं होने की धमकी भी दे रही है. वहीं, पिछले दिनों जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन की ओर से 1932 के खतियान को स्थानीयता का मानक बनाने के बयान पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव बचते नजर आए.
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मुजफ्फरपुर के बहुचर्चित शेल्टर होम मामले में कोर्ट के फैसले का स्वागत किया
जयप्रकाश यादव ने बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बहुचर्चित शेल्टर होम मामले में दिल्ली के साकेत कोर्ट ने ब्रजेश ठाकुर को दोषी पाया है. इस मामले पर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से महिलाओं की सुरक्षा के लिहाज से यह एक कोर्ट का बड़ा फैसला है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से नीतीश सरकार की अगुवाई में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड हुआ था. वह बिहार की प्रतिष्ठा को हनन करता है, साथ ही उन्होंने इस फैसले का स्वागत करते हुए इसकी गहन जांच की मांग की.