रांचीः देश के कई राज्यों में कोरोना फिर से पांव पसारने आने लगा है. हालांकि इस मामले में झारखंड की स्थिति अच्छी है. 22 नवंबर तक झारखंड में संक्रमित मरीजों की संख्या 2,289 रह गयी है. अब तक 39 लाख लोगों का टेस्ट भी हो चुका है. कुल 1,07469 संक्रमितों में 1,04,229 लोग ठीक हो चुके हैं. हालांकि इनमें से 951 लोगों की जान जा चुकी है. लेकिन कोरोना के थर्डवेव की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा अपनी तैयारियों में जुट गया है.
माना जा रहा है कि त्योहारों के बाद बिहार समेत पड़ोसी राज्यों से जब लोग लौटेंगे तो संक्रमण का ग्राफ बढ़ सकता है. ऐसे में जरूरी है कि बाहर से आने वाले लोग अपना जांच जरूर कराएं. रांची के उपायुक्त ने भी इस बाबत लोगों से अपील की है.
हालिया अध्ययन से पता चलता है कि लॉकडाउन में छूट और दीपावली त्यौहार के लिए बाजारों में उमड़ी भीड़ के बाद कई राज्यों में तेजी से संक्रमण फैला है. माना जा रहा है कि झारखंड में सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा के दौरान भारी भीड़ जमा होने से संक्रमण की आशंका बढ़ी है.
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डॉक्टर इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अब तक काम के सिलसिले में बाहर निकलने वाले ज्यादातर युवा इसकी चपेट में आए थे, लेकिन अब बुजुर्गों तट इस संक्रमण के फैलने का खतरा है.
इसलिए थोड़ी सी भी कोताही मुसीबत खड़ी कर सकती है. जिला प्रशासन ने भीड़भाड़ वाले जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क को लेकर विशेष अभियान चलाने की तैयारी की है.
इस बीच रिम्स प्रबंधन ने होटलों में डॉक्टरों के क्वॉरेंटाइन के नियम को बदल दिया है. रिम्स के डॉक्टर, नर्स और कर्मियों को अब पिंक वर्ड में ही क्वॉरेंटाइन किया जाएगा.