रांची: रिम्स को राज्य का पहला मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाया जाएगा, जहां राज्य भर के मेडिकल कॉलेज और नर्सिग कॉलेज के केंद्र होंगे. स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में शासी परिषद की 48वीं बैठक आयोजित की गई. जिसमें सर्वसम्मति से रिम्स को मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाने का निर्णय लिया गया.
स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में गुरूवार को रिम्स में शासी परिषद की 48वीं बैठक आयोजित हुई. इस दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कुल 24 मामलों पर चर्चा की गई. जिसमें रिम्स को राज्य का पहला मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाने का फैसला भी लिया गया. जहां राज्य भर के मेडिकल कॉलेज और नर्सिग कॉलेज के केंद्र होंगे. जिसमें पढ़ाई से लेकर एग्जाम तक कंडक्ट कराए जाएंगे. स्टूडेंट्स का एक एडुकेशनल कैलेंडर होगा. वहीं, छात्रों को एग्जाम और रिजल्ट के लिए दूसरी यूनिवर्सिटी पर भी निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.
100 बेड का मैटर्निटी और चाइल्ड वार्ड
स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने बताया कि आउटडोर मरीजों के लिए नया ओपीडी कॉम्पलेक्स का भी निर्माण कराया जायेगा. इसके अलावा 100 बेड वाले मातृ और शिशु अस्पताल को भी शासी परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से स्वीकृति मिली है. जिसमें महिलाओं और बच्चों के लिए हाइटेक फैसिलिटी होंगी. इनके लिए वो सारी सुविधाएं मौजूद रहेंगी, जो एक प्राइवेट हॉस्पिटल में होती हैं.
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मरीजों की सुविधा के लिए बनेगा डायग्नॉस्टिक सेंटर
रामचंद्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में शासी परिषद की 48वीं बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि रिम्स में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उनकी सुविधा और बेहतर इलाज के लिए नया डायग्नॉस्टिक सेंटर का भी निर्माण कराया जाएगा. यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो गया.
डॉक्टरों के ओपीडी समय में हुआ बदलाव
डॉक्टरों की ओपीडी का समय अब सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक कर दिया गया है. जिसमें डॉक्टरों को ओपीडी के दौरान 1 घंटे का लंच ब्रेक भी दिया जाएगा, जिसका समय अभी निर्धारित नहीं किया गया है. वहीं, बैठक में इस विषय में सभी विभागों के एचओडी से बात करने के बाद ही इसके लिए समय तय किया जाएगा. बता दें कि इससे पहले डॉक्टरों को 2 घंटे का लंच ब्रेक दिया जाता था.
रिम्स में होगी लॉ ऑफिसर की बहाली
रामचंद्र चंद्रवंशी ने जानकारी देते हुए कहा कि रिम्स एक बड़ा संस्थान है. ऐसे में यहां पर कई निर्णयों में कानूनी पहलूओं की सही जानकारी समय पर मिल सके, इसके लिए एक लॉ ऑफिसर की नियुक्ति की जाएगी.
मनोरोग और टीबी विभाग की होगी शुरुआत
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के मापदंड के अनुरूप मनोरोग, टीबी और चेस्ट विभाग के पदों के सृजन की भी स्वीकृति सर्वसम्मति से दे दी गई. स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि रिम्स में इलाज के लिए दूर-दराज से मरीज आते हैं. इनमें टीबी और मानसिक रोगियों की संख्या भी काफी अधिक होती है. लेकिन वर्तमान में रिम्स में उक्त दोनों प्रकार के मरीजों के लिए किसी प्रकार की अलग से विभाग की व्यवस्था नहीं है. इसलिए रिम्स में उक्त दोनों विषयों पर नए विभाग खोले जाएंगे.
362 नए नर्सों की होगी बहाली
रिम्स शासी परिषद की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया कि जल्द ही 362 नए नर्सों की बहाली रिम्स में कराई जाएगी. जिससे कि मरीजों की देखरेख बेहतर तरीके से हो सके.
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अब रिम्स परिसर में ही रहेंगे डॉक्टर
रिम्स फैकल्टी के लिए परिसर में ही फ्लैट का निर्माण कराया जाएगा. रिम्स के फैकल्टियों की काफी पुरानी मांग थी कि रिम्स परिसर में ही आवास की व्यवस्था हो. जिसके लिए शासी परिषद ने अपनी मंजूरी दे दी है. इस संबंध में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले फेज में 40-40 फ्लैटों का निर्माण रिम्स परिसर के अंदर ही कराया जाएगा. इन फ्लैटों का आवंटन रिम्स के प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के बीच किया जाएगा.
वहीं, बैठक के दौरान डॉ उमेश प्रसाद मामले पर सुनवाई करते हुए शासी परिषद ने निर्णय लिया कि मरीजों पर बाहर के दुकानों से दवा खरीदवाने के दबाव बनाने के आरोप में उमेश प्रसाद पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी.