रांची: शुक्रवार को राजधानी में बड़ी हिंसक घटना हुई, जुमे की नमाज के बाद सड़कों पर उपद्रवी तत्वों ने जमकर उत्पात मचाया. रांची में हिंसक घटना में करीब 20 लोग घायल हुए, जिनमें 13 लोगों को रिम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. जिनका इलाज रिम्स के विभिन्न विभागों में शुरू हुआ. घायलों की स्थिति के बारे में ताजा जानाकरी देने के लिए रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक हिरेन बिरूआ, चिकित्सा उपाधीक्षक डॉ. शैलेश त्रिपाठी और पीआरओ डॉ. कृष्ण मुरारी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस (press conference regarding injured) किया.
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रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक हिरेन बिरूआ (RIMS Dean Hiren Birua) ने कहा कि शुक्रवार को हुए हिंसक झड़प में कुल 13 लोगों को रिम्स में भर्ती किया गया थे. जिन्हें इलाज के लिए रिम्स लाया गया था. इनमें से तीन को इमरजेंसी विभाग में इलाज के बाद छुट्टी दे दी गयी, वहीं तीन की स्थिति गंभीर थी. इलाज के क्रम में दो लोगों की मौत शुक्रवार को हुई, मृतकों में मोहम्मद मुद्दसिर उर्फ कैफी और साहिल हैं. दोनों के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड की निगरानी में किया गया. उन्होंने कहा कि फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है.
वहीं चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि नदीम के गले में गोली लगी है, जिस वजह से सिर में खून का थक्का जमा हुआ है. फिलहाल नदीम अंसारी का इलाज रिम्स के न्यू ट्रामा सेंटर के आईसीयू में चल रहा है. फिलहाल नदीम वेंटिलेटर पर इलाजरत है और उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है. वहीं इस घटना में घायल 07 लोगों का रिम्स में इलाज चल रहा है. इनमें 25 वर्षीय मोहम्मद अफसर, 29 वर्षीय सरफराज, 24 वर्षीय मोहम्मद तबारक, 17 वर्षीय मोहम्मद उस्मान, 28 वर्षीय साबिर अंसारी, 26 वर्षीय शाहबाज का नाम शामिल है. सभी को सर्जरी आईसीयू से डेंगू वार्ड (आइसोलेशन) में शिफ्ट किया गया है. जबकि जैप-3 के 35 वर्षीय जवान अखिलेश कुमार के पांव में गोली लगी थी, जिसे निकाल दिया गया है. पैर के फ्रैक्चर का इलाज कर दिया गया है. फिलहाल अखिलेश रिम्स के ऑर्थोपेडिक विभाग में भर्ती है.
वहीं रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिरेन बिरूआ ने कहा कि मोहम्मद अफसर के बाएं जांघ में छर्रा फंसा हुआ है. जबकि मोहम्मद सरफराज के कमर के पीछे के हिस्से में छर्रा फंसा हुआ है. रेडियो ओपेक्स जांच में इसकी पुष्टि हुई है. वहीं एक व्यक्ति को 6 गोली लगने की बातों का खंडन करते हुए डॉ. हिरेन बिरूआ ने बताया कि एक घायल को छह गोली लगने की बात सरासर अफवाह है, इसमें कोई भी सच्चाई नहीं है.