रांची: कहते हैं शासन यदि चाह ले तो कोई भी काम समय पर पूरा हो सकता है. कुछ ऐसा ही राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में देखने को मिला. दरअसल 31 अक्टूबर को उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता ने रिम्स में नाली के पानी को सड़क पर बहते देखकर नाराजगी जताई थी और रिम्स अधिकारियों को चार दिनों में व्यवस्था दुरूस्त करने का निर्देश दिया था.
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मंत्री के तल्ख तेवर देखकर रिम्स प्रबंधन ने नाली बनाने का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया. भले ही चार दिन में काम पूरा ना हुआ हो लेकिन काम युद्ध स्तर पर चालू हो चुका है. रिम्स निदेशक डॉक्टर राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि चार दिनों के अंदर काम करना निश्चित रूप से संभव नहीं है लेकिन अगले दो-तीन दिनों में नाली का काम बेहतर हो जाएगा.
रिम्स के निदेशक डॉक्टर ने क्या कहा: रिम्स के निदेशक डॉक्टर आरके गुप्ता ने बताया कि मंत्री के आदेश के बाद पीएचईडी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की गई. बैठक के दौरान पदाधिकारी को निर्देश दिया गया. इसमें नाली को दुरूस्त करने को लेकर निर्देश दिया गया. रिम्स प्रबंधन से मिले दिशा निर्देश के बाद पीएचईडी विभाग भी काम को पूरा करने में जुटा हुआ है.
पीएचईडी के कर्मचारी ने क्या कहा: पीएचईडी के कर्मचारी राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि 31 अक्टूबर को मंत्री बन्ना गुप्ता के आदेश के बाद रिम्स प्रबंधन ने संज्ञान लिया और पीएचईडी के पदाधिकारी को जल्द से जल्द काम करने का आग्रह किया. इसके बाद कर्मचारी और पदाधिकारी काम करने में जुट गए हैं. कहा कि लाजमी है कि चार दिनों में काम पूरा होना संभव नहीं है. जिस तरह से मंत्री जी के तल्ख तेवर के बाद संज्ञान लिया गया है, वह कहीं ना कहीं यह बताता है कि यदि शासन और प्रशासन यह चाह ले कि किसी भी काम को जल्द से जल्द पूरा करना है तो वह संभव है.