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Jharkhand News: रिम्स के डेंटल कॉलेज का फिर से बदला गया नाम, बीडीएस के छात्रों की परेशानी हुई दूर, जानिए क्यों बदलना पड़ा नाम - दंत चिकित्सक अधिनियम 1948

डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया की आपत्ति और बीडीएस के छात्रों की परेशानी को देखते हुए रिम्स के डेंटल कॉलेज का नाम बदलकर फिर से डेंटल इंस्टीट्यूट कर दिया गया है. नाम बदलने के बाद अब बीडीएस के छात्रों को इंटर्नशिप करने में परेशानी नहीं होगी.

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RIMS Dental College Name
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Published : Jul 26, 2023, 3:28 PM IST

रांची: रिम्स के डेंटल कॉलेज का नाम बदलकर एक बार फिर से डेंटल इंस्टीट्यूट कर दिया गया है. डेंटल इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल डॉ जय प्रकाश कुमार ने बताया कि पूर्व में डेंटल इंस्टीट्यूट का नाम बदलकर डेंटल कॉलेज रिम्स प्रबंधन के द्वारा किया गया था, लेकिन अब फिर से डेंटल कॉलेज का नाम बदलकर डेंटल इंस्टीट्यूट कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें-रिम्स के छात्रों को कब तक मिलेगी हॉस्टल आने की अनुमति? प्रबंधन ने जांच कमेटी का किया गठन

डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने नाम बदलने पर जतायी थी आपत्तिः रिम्स डेंटल इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल डॉ जय प्रकाश कुमार ने कहा कि डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि नाम बदलने का प्रावधान कहीं नहीं है. इसलिए इस प्रस्ताव को स्वीकृत नहीं किया जा सकता है. बता दें कि वर्ष 2022 में हुई 54वीं शासी परिषद की बैठक में यह कहकर डेंटल इंस्टीट्यूट का नाम बदल दिया था कि रिम्स खुद एक इंस्टीट्यूट है और उसके अंदर दूसरा इंस्टीट्यूट नहीं चल सकता, लेकिन रिम्स प्रबंधन के इस प्रस्ताव को डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने स्वीकार नहीं किया. डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया से रिम्स प्रबंधन को भेजे गए पत्र में यह बताया गया कि दंत चिकित्सक अधिनियम 1948 के अनुसार संस्था के नाम बदलने का प्रावधान नहीं है. इसलिए उनके इस प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं दी जा सकती.

कॉलेज का नाम बदलने से बीडीएस के छात्रों को हो रही थी परेशानीः वहीं कॉलेज का नाम बदलने की वजह से बीडीएस के छात्रों को खासा परेशानी हो रही थी. क्योंकि डिग्री लेने के बाद भी छात्रों को इंटर्नशिप के लिए डेंटल काउंसिल ऑफ झारखंड से प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा था. इसके लिए छात्रों को डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया से संपर्क करने के लिए कहा जा रहा था. डेंटल काउंसिल ऑफ स्टेट से छात्रों को प्रमाण पत्र नहीं मिलने की वजह से जो छात्र इंटर्नशिप के योग्य हो चुके हैं, वह इंटर्नशिप नहीं कर पा रहे थे. छात्रों की इसी परेशानी को देखते हुए डेंटल इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल डॉ जयप्रकाश कुमार ने रिम्स के निदेशक को पत्र लिखा था. जिसमें प्रिंसिपल के द्वारा यह आग्रह किया गया की डेंटल कॉलेज का नाम फिर से बदलकर डेंटल इंस्टीट्यूट किया जाए, ताकि छात्रों को डेंटल काउंसिल ऑफ झारखंड से रजिस्ट्रेशन लेटर निर्गत हो सके. नाम बदलने के बाद अब डेंटल कॉलेज से पास करने वाले छात्रों को आसानी से डेंटल काउंसिल ऑफ झारखंड में रजिस्ट्रेशन हो पाएगा.

रिम्स निदेशक और स्वास्थ्य मंत्री की पहल पर बदला गया नामः डेंटल इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल डॉ जयप्रकाश कुमार की पहल और रिम्स निदेशक और स्वास्थ्य मंत्री के सहयोग से एक बार फिर से डेंटल कॉलेज का नाम डेंटल इंस्टीट्यूट कर दिया गया है. वहीं अधिसूचना में यह भी स्पष्ट किया गया है कि वर्ष 2022 से लेकर जितने भी पत्राचार दंत विश्वविद्यालय के नाम से प्रसारित किए गए हैं, उन्हें आज से दंत संस्था के नाम से परिवर्तित मान लिया जाए.

रांची: रिम्स के डेंटल कॉलेज का नाम बदलकर एक बार फिर से डेंटल इंस्टीट्यूट कर दिया गया है. डेंटल इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल डॉ जय प्रकाश कुमार ने बताया कि पूर्व में डेंटल इंस्टीट्यूट का नाम बदलकर डेंटल कॉलेज रिम्स प्रबंधन के द्वारा किया गया था, लेकिन अब फिर से डेंटल कॉलेज का नाम बदलकर डेंटल इंस्टीट्यूट कर दिया गया है.

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डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने नाम बदलने पर जतायी थी आपत्तिः रिम्स डेंटल इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल डॉ जय प्रकाश कुमार ने कहा कि डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि नाम बदलने का प्रावधान कहीं नहीं है. इसलिए इस प्रस्ताव को स्वीकृत नहीं किया जा सकता है. बता दें कि वर्ष 2022 में हुई 54वीं शासी परिषद की बैठक में यह कहकर डेंटल इंस्टीट्यूट का नाम बदल दिया था कि रिम्स खुद एक इंस्टीट्यूट है और उसके अंदर दूसरा इंस्टीट्यूट नहीं चल सकता, लेकिन रिम्स प्रबंधन के इस प्रस्ताव को डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने स्वीकार नहीं किया. डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया से रिम्स प्रबंधन को भेजे गए पत्र में यह बताया गया कि दंत चिकित्सक अधिनियम 1948 के अनुसार संस्था के नाम बदलने का प्रावधान नहीं है. इसलिए उनके इस प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं दी जा सकती.

कॉलेज का नाम बदलने से बीडीएस के छात्रों को हो रही थी परेशानीः वहीं कॉलेज का नाम बदलने की वजह से बीडीएस के छात्रों को खासा परेशानी हो रही थी. क्योंकि डिग्री लेने के बाद भी छात्रों को इंटर्नशिप के लिए डेंटल काउंसिल ऑफ झारखंड से प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा था. इसके लिए छात्रों को डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया से संपर्क करने के लिए कहा जा रहा था. डेंटल काउंसिल ऑफ स्टेट से छात्रों को प्रमाण पत्र नहीं मिलने की वजह से जो छात्र इंटर्नशिप के योग्य हो चुके हैं, वह इंटर्नशिप नहीं कर पा रहे थे. छात्रों की इसी परेशानी को देखते हुए डेंटल इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल डॉ जयप्रकाश कुमार ने रिम्स के निदेशक को पत्र लिखा था. जिसमें प्रिंसिपल के द्वारा यह आग्रह किया गया की डेंटल कॉलेज का नाम फिर से बदलकर डेंटल इंस्टीट्यूट किया जाए, ताकि छात्रों को डेंटल काउंसिल ऑफ झारखंड से रजिस्ट्रेशन लेटर निर्गत हो सके. नाम बदलने के बाद अब डेंटल कॉलेज से पास करने वाले छात्रों को आसानी से डेंटल काउंसिल ऑफ झारखंड में रजिस्ट्रेशन हो पाएगा.

रिम्स निदेशक और स्वास्थ्य मंत्री की पहल पर बदला गया नामः डेंटल इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल डॉ जयप्रकाश कुमार की पहल और रिम्स निदेशक और स्वास्थ्य मंत्री के सहयोग से एक बार फिर से डेंटल कॉलेज का नाम डेंटल इंस्टीट्यूट कर दिया गया है. वहीं अधिसूचना में यह भी स्पष्ट किया गया है कि वर्ष 2022 से लेकर जितने भी पत्राचार दंत विश्वविद्यालय के नाम से प्रसारित किए गए हैं, उन्हें आज से दंत संस्था के नाम से परिवर्तित मान लिया जाए.

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