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रिम्स ने रचा इतिहास, बेहद जटिल ऑपरेशन कर मरीज की बचाई जान, सीएम- स्वास्थ्य मंत्री ने दी शुभकामनाएं - अस्पताल रिम्स

RIMS created history. झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स ने एक बार फिर से इतिहास रचा है. धनबाद के एक मरीज का बेहद जटिल ऑपरेशन करने में सफलता हासिल की है. इसके बाद रिम्स को मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने शुभकामनाएं दी हैं.

RIMS created history by performing very complex operation
RIMS created history by performing very complex operation
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 4, 2024, 7:51 PM IST

रांची: राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल रिम्स आए दिन चर्चा का विषय बना रहता है. कभी अपनी लापरवाहियों की वजह से चर्चा का विषय बना रहता है, तो कभी अपने बड़ी उपलब्धि से चर्चा का केंद्र बन जाता है. इस बार रिम्स एक सर्जरी के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है. धनबाद के रहने वाले एक मरीज को हृदय से जुड़ी गंभीर बीमारी थी. मरीज के हृदय की महाधमनी (aorta) कई भाग में फट गई थी. डॉक्टर ने बताया कि इस बीमारी को aorta dissection कहा जाता है. यह बीमारी काफी खतरनाक होती है और इस बीमारी में मरीज के जान जाने की गुंजाइश सबसे ज्यादा होती है.

मिली जानकारी के अनुसार मरीज रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में दिसंबर महीने में भर्ती हुआ था. जहां पर डॉ विनीत महाजन की निगरानी में उसका इलाज चल रहा था. कई दिनों तक इलाज करने के बाद डॉक्टर विनीत महाजन ने मरीज के ऑपरेशन करने का निर्णय लिया. डॉ विनीत महाजन ने बताया कि यह ऑपरेशन काफी जटिल था और इस ऑपरेशन में मरीज के शरीर के रक्त प्रवाह को करीब 40 मिनट तक पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है. शरीर के तापमान को 20 डिग्री सेल्सियस तक कम किया जाता है.

रक्त प्रवाह को बंद करने और शरीर के तापमान को कम करने की प्रकिया काफी मुश्किल होती है. ऐसे परिस्थिति में 50 प्रतिशत मरीज की जान भी चली जाती है. लेकिन डॉक्टर विनीत महाजन और एनिस्थेसिया विभाग के चिकित्सक डॉ शिवप्रिय के संयुक्त प्रयास से मरीज का सफल ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन को लेकर रिम्स प्रबंधन की तरफ से जानकारी दी गई कि यह ऑपरेशन 1 जनवरी को ही की गई थी, लेकिन इस ऑपरेशन में मरीज को करीब 3 दिनों तक निगरानी में रखा गया. जब मरीज पूरी तरह से होश में आ गया और पूरी तरह से खतरे से बाहर निकल गया. तब इस जटिल और रिम्स के इतिहास में सबसे बड़े ऑपरेशन की जानकारी सार्वजनिक की गई.

इस ऑपरेशन के लिए निजी अस्पताल में मरीज को 15 से 20 लाख रुपए खर्च करने पड़ते हैं. उसके बावजूद भी मरीज के जिंदा रहने की गारंटी नहीं होती है. लेकिन रिम्स प्रबंधन की तरफ से इस ऑपरेशन को आयुष्मान भारत के तहत मुफ्त में किया गया. डॉक्टर ने बताया कि मरीज की स्थिति में सुधार है और जल्द ही डॉक्टरों की सलाह के बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.

रिम्स में पहली बार हुए इस जटिल सर्जरी के बाद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता ने भी रिम्स प्रबंधन और डॉक्टरों को शुभकामनाएं दी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में रिम्स इसी तरह जटिल और दुर्लभ ऑपरेशन कर झारखंड को स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे ले जाएगा.

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मिली जानकारी के अनुसार मरीज रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में दिसंबर महीने में भर्ती हुआ था. जहां पर डॉ विनीत महाजन की निगरानी में उसका इलाज चल रहा था. कई दिनों तक इलाज करने के बाद डॉक्टर विनीत महाजन ने मरीज के ऑपरेशन करने का निर्णय लिया. डॉ विनीत महाजन ने बताया कि यह ऑपरेशन काफी जटिल था और इस ऑपरेशन में मरीज के शरीर के रक्त प्रवाह को करीब 40 मिनट तक पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है. शरीर के तापमान को 20 डिग्री सेल्सियस तक कम किया जाता है.

रक्त प्रवाह को बंद करने और शरीर के तापमान को कम करने की प्रकिया काफी मुश्किल होती है. ऐसे परिस्थिति में 50 प्रतिशत मरीज की जान भी चली जाती है. लेकिन डॉक्टर विनीत महाजन और एनिस्थेसिया विभाग के चिकित्सक डॉ शिवप्रिय के संयुक्त प्रयास से मरीज का सफल ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन को लेकर रिम्स प्रबंधन की तरफ से जानकारी दी गई कि यह ऑपरेशन 1 जनवरी को ही की गई थी, लेकिन इस ऑपरेशन में मरीज को करीब 3 दिनों तक निगरानी में रखा गया. जब मरीज पूरी तरह से होश में आ गया और पूरी तरह से खतरे से बाहर निकल गया. तब इस जटिल और रिम्स के इतिहास में सबसे बड़े ऑपरेशन की जानकारी सार्वजनिक की गई.

इस ऑपरेशन के लिए निजी अस्पताल में मरीज को 15 से 20 लाख रुपए खर्च करने पड़ते हैं. उसके बावजूद भी मरीज के जिंदा रहने की गारंटी नहीं होती है. लेकिन रिम्स प्रबंधन की तरफ से इस ऑपरेशन को आयुष्मान भारत के तहत मुफ्त में किया गया. डॉक्टर ने बताया कि मरीज की स्थिति में सुधार है और जल्द ही डॉक्टरों की सलाह के बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.

रिम्स में पहली बार हुए इस जटिल सर्जरी के बाद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता ने भी रिम्स प्रबंधन और डॉक्टरों को शुभकामनाएं दी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में रिम्स इसी तरह जटिल और दुर्लभ ऑपरेशन कर झारखंड को स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे ले जाएगा.

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