रांचीः विश्वविद्यालय का छात्र संघ चुनाव हमेशा ही सुर्खियों में रहा है. पिछले सत्र से विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र संघ चुनाव को नियमित करने को लेकर काफी तैयारी की जा रही है. सत्र 2018-19 के बाद सत्र 2019-20 छात्रसंघ कार्यकाल को लेकर भी प्रशासन काफी गंभीर दिख रहा है. वहीं दूसरी ओर नए छात्रों को छात्र संगठनों द्वारा रिझाने की कोशिश भी शुरू कर दी गई है. कॉलेजों से वोटर लिस्ट प्राप्त होने के बाद चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी जाएगी.
छात्र संगठनों की तैयारियां शुरू
छात्र संघ चुनाव को लेकर कॉलेज के पीजी विभागों में छात्र संगठनों ने अभियान शुरू कर दिया है. हर हाल में चुनाव जीतने को लेकर छात्र संगठन एक बार फिर मजबूती के साथ एकजुट हो रहे हैं. छात्र नेता कॉलेजों में कैंपेन चला रहे हैं. कॉलेज और पीजी विभागों में छात्र संगठन सदस्यता अभियान चला रहे हैं. एबीवीपी सेल्फी विद कैंपस के माध्यम से स्टूडेंट को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है.
इस चुनाव को सितंबर माह में समाप्त कराने को लेकर विवि प्रशासन द्वारा कॉलेज और पीजी विभाग के नव नामांकित विद्यार्थियों की लिस्ट जल्द से जल्द जमा करने का निर्देश तमाम कॉलेज प्रबंधकों को दिया गया है. वहीं, आजसू द्वारा सदस्यता अभियान के साथ साथ कैंपस में नए छात्रों के लिए हेल्प डेस्क के अलावा कई कार्यक्रम शुरू किए गए हैं. विभिन्न छात्र संगठन लंबित समस्याओं को लगातार उठा रहे हैं. इसमें एनएसयूआई, जेसीएम, एसीएस जैसे छात्र संगठन शामिल है.
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बता दें कि साल 2018-19 के लिए हुए चुनाव में कुल एक लाख 15 हजार मतदाता थे. इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा 182 बूथ बनाए गए थे. सभी 16 कॉलेजों और पीजी विभागों को मिलाकर प्रत्याशियों की संख्या 367 थी. इसमें प्रत्यक्ष प्रणाली से वोटिंग कर 80 प्रत्याशियों का चयन किया गया था. कॉलेज स्तर पर चुने गए प्रत्याशी विश्वविद्यालय स्तर पर अप्रत्यक्ष सिस्टम से 5 प्रतिनिधियों का चयन किया था. हालांकि विवि प्रशासन की लाख कोशिशों- तैयारियों के बावजूद पिछले साल के छात्र संघ चुनाव में मात्र 25 फीसदी ही वोटिंग हो पाई थी. इस बार भी इसी प्रक्रिया के तहत चुनाव संपन्न कराए जाएंगे. वैलेट पेपर के माध्यम से ही चुनाव होगा. इस वर्ष वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर भी छात्र संगठन जोर दे रहे हैं.