रांची: झारखंड में कोरोना एक बार फिर डराने लगा है. रविवार को कोरोना के एक हजार से अधिक मामले सामने आए, जिसमें रिम्स के कई मेडिकल छात्र समेत कई स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए. कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए सरकार भी सतर्क दिख रही है. राज्य में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने पाबंदियों के बीच कामकाज चलाने का निर्णय लिया है. इसके तहत राज्य में शैक्षणिक संस्थान, स्टेडियम आउटडोर, इनडोर, स्वीमिंग पूल, पर्यटक स्थल आदि को बंद करने का निर्णय लिया गया है.
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प्रोजेक्ट भवन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आज आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक हुई. बैठक में कोरोना के नये ओमीक्रॉन वैरिएंट के खतरे और संक्रमण की समीक्षा की गई. बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार ने शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का फैसला लिया है. सरकारी और निजी संस्थान 50 फीसदी क्षमता के साथ काम करेंगे. अंत्येष्टि और शादी विवाह में 100 लोग शामिल होंगे. रात 8 बजे के बाद आवश्यक सेवाएं मिलती रहेंगी. मसलन किराना दुकान, दवा दुकान खुले रहेंगे, 50 प्रतिशत क्षमता के साथ रेस्टोरेंट का संचालन होगा. यह निर्णय 15 जनवरी तक लागू रहेगा.
रविवार को भी झारखंड में कोरोना के 1हजार से ज्यादा केस मिले हैं. 2 जनवरी को झारखंड में कोरोना के 1057 नए केस मिले. नए वर्ष के पहले ही दिन जहां झारखंड में कोरोना के 1007 संक्रमित मिले थे वहीं 02 जनवरी को 1057 नये केस कोरोना के मिले हैं. राज्य के 24 में से 18 जिलों में कोरोना के 1057 नए संक्रमित 02 जनवरी को मिले हैं. संक्रमण की दूसरी लहर के बाद लगातार पांचवें दिन संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है.