रांचीः सिमडेगा में मॉब लिंचिंग का शिकार संजू प्रधान के परिजन मंगलवार को राज्यपाल से मिले और जांच की गुहार लगाई. मृतक की पत्नी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश से भी मिलकर सहयोग करने का आग्रह किया है. पूर्व मंत्री अमर बाउरी के साथ राजभवन पहुंचे परिजन ने पूरी घटना की जानकारी राज्यपाल को दी है.
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सिमडेगा में 4 जनवरी को भीड़ द्वारा संजू प्रधान की हुई हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. एक तरफ जहां विपक्षी दल इस मामले पर राजभवन, एससी आयोग, महिला आयोग और राष्ट्रपति तक गुहार लगाने से नहीं चूक रहे, वहीं मृतक की पत्नी ने भी घटना की विस्तृत जांच की मांग करते हुए राज्यपाल से गुहार लगाई है. राजभवन के बाद भाजपा दफ्तर पहुंची मृतक की पत्नी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि 4 जनवरी को दोपहर के 1:30 बजे उनके पति संजू प्रधान की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी.
सपना देवी का आरोप है कि सुनियोजित तरीके से संजू प्रधान के घर पहुंची भीड़ ने पहले तो संजू प्रधान को घर से बाहर निकाला और फिर उनकी लाठी-डंडे पत्थर से पिटाई की. जब संजू प्रधान पिटाई से अधमरा हो गया तो फिर उसे पास में बने चिता पर लिटाकर जिंदा ही आग के हवाले कर दिया गया. पूरी घटना को अपनी आंखों के सामने उनकी पत्नी ने देखा और अपने पति को बचाने के लिए वह बार-बार पुलिस से मिन्नतें करती रहीं. बावजूद इसके पुलिस मूकदर्शक बनकर पूरे घटनाक्रम को वीडियो में कैद करती रही. पुलिस पर से भरोसा उठ जाने के बाद मृतक संजू प्रधान की पत्नी ने राजभवन का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात कर इस पूरे घटना की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है.
अमर बाउरी ने सिमडेगा की घटना को बताया शर्मनाकः चंदनकियारी विधायक सह भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर कुमार बाउरी के साथ राजभवन पहुंचे परिजनों ने सिमडेगा पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए नाराजगी जताई. भाजपा विधायक अमर कुमार बाउरी ने सिमडेगा की घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि एक दलित की निर्मम हत्या होती है और सरकार द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं होना बेहद दुखद है.
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विधायक ने बताया कि एक पत्नी के सामने उसके पति की हत्या कर दी जाती है और फिर उसके गर्भ में पल रहे 2 महीने के बच्चे को भी नष्ट कर दिया जाता है और यह सब उस वक्त होता है जब पुलिस घटनास्थल पर मौजूद रहती है. लेकिन उनकी तरफ से संजू को बचाने की कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. उन्होंने इस पूरे मामले में पुलिस और वहां के विधायक की भूमिका पर भी सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि राजभवन इस पूरे घटना को गंभीरता से लेते हुए मामले पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि राज्यपाल इस मामले पर हस्तक्षेप कर पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाने की हमारी मांग को जरूर पूरा करेंगे.