रांची: टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया पर जीत के बाद पाकिस्तान सरकार में मंत्री शेख राशिद के बयान की झारखंड सहित देशभर में निंदा की जा रही है. रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए भारत और पाकिस्तान के मैच को सांप्रदायिक रंग देते हुए पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशीद ने कहा कि यह भारत समेत दुनिया भर में इस्लाम और मुसलमानों की जीत है.
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हर बात में इस्लाम से जोड़ना उचित नहीं
झारखंड भाजपा के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद के बयान की निंदा करते हुए कहा है कि हर बात में इस्लाम से जोड़ना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में छाई गरीबी और उस देश द्वारा दुनिया के देशों से कर्जा मांगना भी क्या इस्लाम की देन है? उन्होंने कहा कि जहां तक भारत के मुसलमानों की बात है तो वह समझदार हैं और जानते हैं कि क्रिकेट मैच क्या होता है और इस्लाम का महत्व क्या है?
कांग्रेस ने बताया अनर्गल बयान
झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने भी पाकिस्तान के गृहमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे अनर्गल बयान बताया है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि खेल को खेल भावना से देखना चाहिए. भारत ने भी पाकिस्तान को उसकी धरती पर बहुत बार चाहे वर्ल्ड कप हो या टेस्ट मैच धुल चटाई है और वह क्षण भारत के लिए गौरवपूर्ण क्षण रहा है. मगर कभी भी हमलोगों ने इसे धर्म से इसे जोड़कर नहीं देखा. खेल की भावना एक मूल्क को दूसरे मूल्क से जोड़ने और सदभावना की सीख देता है. मगर पाकिस्तान के लोग प्रेम और मोहब्बत की बातों को नहीं समझते, शायद यही वजह है कि इस तरह का अनर्गल बयान दे रहे हैं.
इधर कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी पाकिस्तान के मंत्री के बयान की आलोचना की है. जानेमाने सामाजिक कार्यकर्ता सत्यप्रकाश मिश्रा ने कहा कि टी-20 एक मैच जीतकर पाकिस्तान को इतराना नहीं चाहिए. धर्म अलग है और खेल अलग दोनों के अलग अलग महत्व है.