रांची: जल्द ही राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था हाईटेक होने जा रही है. जल्द ही शहर का हर कोना तीसरी आंख की निगरानी में होगा. शहर की सुरक्षा में कहीं से सेंध न लगे इसके लिए पूरी राजधानी को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखने की योजना तैयार की गई है जिसके लिए स्मार्ट सिटी स्थित कंट्रोल रूम और पूर्व से काम कर रहे कचहरी स्थित कंट्रोल रूम को आपस में मर्ज किया जा रहा है. दोनों कंट्रोल रूम के आपस में लिंकअप होने के बाद पूरी राजधानी कैमरों की जद में होगी.
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सीसीटीवी की जद में होगा पूरा शहर
पूरी राजधानी को सीसीटीवी कैमरे की जद में लाने के लिए काम भी शुरू कर दिया गया है. इस काम के लिए जो जरूरी उपकरण चाहिए उसके आकलन के लिए शुक्रवार को रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा, सिटी एसपी सौरभ ट्रैफिक एसपी अंजनी अंजन के साथ कई पुलिस अधिकारियों ने स्मार्ट सिटी स्थित कंट्रोल रूम और कचहरी स्थित कंट्रोल रूम का मुआयना किया.
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि वर्तमान में अधिकांश शहरी इलाकों में सीसीटीवी कैमरे का जाल बिछा दिया गया है. क्योंकि अब आप दो जगहों से पूरे शहर पर नजर रख सकते हैं एक कंट्रोल रूम कचहरी चौक स्थित सीसीआर में है जबकि दूसरा स्मार्ट सिटी में. ऐसे में अब यह प्रयास शुरू किया गया है कि दोनों कंट्रोल रूम को एक साथ मर्ज कर दिया जाए ताकि पीसीआर टेट्रा से लेकर पुलिस के सभी विंगो की मॉनिटरिंग की जा सके.
CCTV से आउटर रांची की निगरानी की योजना
सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि इस बार सीसीटीवी परियोजना में आउटर रांची को भी शामिल किया गया है. शहर के बाहर आने-जाने वाले हर प्रमुख चौक चौराहों पर उच्च तकनीक के कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि शहर में आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी जा सके.
इसके लिए रांची के धुर्वा स्थित स्मार्ट सिटी में आधुनिक कंट्रोल रूम और राजधानी रांची का कमांड सेंटर तैयार कर लिया गया है जिससे रांची शहर के विभिन्न चौक-चौराहों को जोड़ा गया है. इसके लिए शहर में कई तरह के आधुनिक कैमरे लगाए गए हैं. अधिकारी इस कमांड सेंटर में बैठकर शहर के चप्पे-चप्पे पर निगाह रख सकते हैं.
ट्रैफिक सिस्टम भी होगा नियंत्रित
रांची के ट्रैफिक सिस्टम को भी सीसीटीवी कमांड सेंटर से ही नियंत्रित करने की योजना है. यहां आधुनिक ट्रैफिक सिस्टम लगाया गया है, जो स्वचालित होगा. यानी जिस तरफ वाहनों की भीड़ ज्यादा होगी, उसे आवाजाही का ज्यादा समय मिलेगा. शहर में माइकिंग की भी व्यवस्था की गई है. इस कंट्रोल रूम से पूरे शहर में कोई भी संदेश एक साथ दिया जा सकता है.
बेहतर होगी राजधानी की मॉनिटरिंग
पहले से रांची के 50 लोकेशन पर आरएलवीडी, 50 लोकेशन पर एएनपीआर, 40 जंक्शन पर एटीसीएस, 10 लोकेशन पर एसवीडी कैमरे और क्राइम कंट्रोल के लिए 64 सीसीटीवी लगाये गए हैं जो सिटी सर्विलांस सिस्टम के तहत काम करता है.
क्या है सिटी सर्विलांस सिस्टम?
दरअसल सिटी सर्विलांस सिस्टम शहरी क्षेत्र में एक तरह से कैमरे का जाल है, जो कंट्रोल रूम से जुड़ा होता है. ऐसे कैमरे शहर के सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर लगे होते हैं. जैसे रांची में 170 स्थानों पर यह सिस्टम लगा है. इनमें हाई रिजोल्यूशन कैमरे भी होते हैं, जिससे गाड़ियों के नंबर प्लेट को पढ़ा जाता है.
उस चौक से गुजरने वाले अपराधी भी कैमरे में कैद होते हैं. इस कैमरे की मदद से वाहन चोर समेत अन्य घटनाओं में शामिल अपराधी भी पूर्व में पकड़े जा चुके हैं. ऐसे में जब दोनों कंट्रोल रूम एक दूसरे से लिंक हो जाएंगे तो पूरा शहर पुलिस की निगरानी में होगा.
सभी पुलिस वाहनों में जीपीएस लगा
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि पुलिस के सभी वाहनों पर जीपीएस लगाया जा रहा है, खासकर प्रथम चरण में पीसीआर और टाइगर जवानों के वाहनों में जीपीएस लगाया जा रहा है ताकि उनकी मॉनिटरिंग हो सके और यह भी जानकारी मिल सके कि वे बेहतर तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं.