रांची: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia-Ukraine War) की वजह से कई देश के लोग यूक्रेन में फंसे हैं. इन लोगों में भारत के लोग भी शामिल हैं, जो किसी ना किसी वजह यूक्रेन में रह रहे थे, लेकिन अब यूक्रेन की स्थिति ऐसी है कि लोग अपने वतन वापस आने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं. भारत सरकार और राज्यों के सरकारें भी उन्हें वापस लाने का प्रयास कर रही हैं. लोग धीरे-धीरे वापस भी आ रहे हैं. इसी बीच रांची की अर्पिता भी आज अपने वतन वापस लौटी है.
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झारखंड की राजधानी रांची के सेटेलाइट कॉलोनी में रहने वाली अर्पिता भी सोमवार को एयर इंडिया की फ्लाइट से रांची पहुंची. जहां वह अपने परिवार वालों से मिली और भगवान व सरकार का शुक्रिया अदा किया. जैसे ही यूक्रेन में फंसी अर्पिता रांची पहुंची वह अपनी मां के गले लिपट कर भावुक हो गई और उसने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि पिछले कई दिनों से जो भी भारतीय वहां फंसे हैं उन्हें वहां काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
हजारों भारतीय यूक्रेन में फंसे: अर्पिता के मुताबिक यूक्रेन में हजारों भारतीय फंसे हुए हैं. सबकी स्थिति बहुत गंभीर है. उनके पास रहने तक की जगह नहीं है. लेकिन भारत सरकार और झारखंड सरकार की मदद से उन्हें वापस लाया जा रहा है. उन्होंने सरकार से अपील की है कि उनकी तरह और भी जो हजारों भारतीय वहां फंसे हुए हैं. उन्हें जल्द से जल्द अपने वतन वापस लाया जाए.
पांच दिनों से परेशान था अर्पिता का परिवार: अर्पिता की मां ने कहा कि पिछले पांच दिनों से रांची में उनका पूरा परिवार परेशान था क्योंकि उनकी बच्ची यूक्रेन में फंसी हुई थी. वह लगातार अपनी बच्ची से संपर्क करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन युद्ध की वजह से वहां पर मोबाइल और इंटरनेट भी सही से काम नहीं कर रहा था. अब उनकी बेटी वापस आ गई है, उन्होंने भगवान के साथ-साथ भारत सरकार और झारखंड सरकार का भी शुक्रिया अदा किया और भावुक होते हुए कहा कि हम दुआ करते हैं कि जल्द से जल्द यह युद्ध समाप्त हो जाए.
झारखंड सरकार की तरफ से दो लोग आए थे एयरपोर्ट: वहीं झारखंड सरकार की तरफ से दो लोग अर्पिता को रिसीव करने रांची एयरपोर्ट पहुंचे थे. सरकार की तरफ से आए रजनी टोप्पो ने बताया कि जो भी लोग यूक्रेन में फंसे हैं, उनसे सरकार संपर्क में है. जैसे-जैसे जानकारी मिलती जा रही है लोगों को लाने का प्रयास किया जा रहा है.