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झारखंड में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के बीच रिम्स ने बनाया मेडिकल ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल, जानिए क्या है तैयारी

झारखंड में कोरोना की संभावित थर्ड वेव (Possible Third Wave of Corona) से निपटने की तैयारियां तेज कर दी गई हैं. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स ने बच्चों के इलाज के लिए अपना ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल (Treatment Protocol) तैयार किया है.

ranchi rims prepared medical treatment protocol to prevent possible third wave
झारखंड में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के बीच रिम्स ने बनाया मेडिकल ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल, जानिए क्या है तैयारी
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Published : Jul 15, 2021, 10:37 PM IST

Updated : Jul 15, 2021, 10:52 PM IST

रांची: कोरोना की संभावित थर्ड वेव (Possible Third Wave of Corona) से निपटने की तैयारियां झारखंड के अस्पतालों में तेज कर दी गई हैं. रिम्स के कोरोना टास्क फोर्स संयोजक (Corona Task Force Coordinator) डॉ. प्रभात कुमार कहते हैं रिम्स में संभावित तीसरे लहर से निपटने के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है. एडल्ट लोगों के कोरोना संक्रमण के लिए तैयार ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल के आधार पर ही बच्चों के इलाज के लिए ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल रिम्स ने तैयार किया है.

देखें पूरी खबर

इसे भी पढ़ें- संभावित थर्ड वेव से निपटने के लिए कितना तैयार है झारखंड, वैक्सीन पर राजनीति क्यों, स्वास्थ्य मंत्री से एक्सक्लूसिव बातचीत

इसके अलावा भारत सरकार और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी गाइडलाइन मिली है, जिसमें उम्मीद जताई गई है कि अगर संभावित तीसरी लहर आती है और केंद्र में बच्चे होंगे तो उनको मुख्य रूप से रेस्पिरेटरी, कार्डियक और लीवर की कुछ समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में इसके लिए विशेष तैयारी करनी है.

ranchi rims prepared medical treatment protocol to prevent possible third wave
बच्चों का इलाज करते डॉक्टर

पोस्ट कोरोना से पीड़ित बच्चे पहुंच रहे रिम्स

रिम्स की नियोनेटल विभाग की हेड डॉ. मिनी रानी अखौरी कहती हैं कि अभी तीसरी वेव या कोरोना संक्रमित बच्चे तो नहीं हैं. रिम्स में पोस्ट कोरोना के लक्ष्ण लेकर लेकर बड़ी संख्या में बच्चे पहुंच रहे हैं. ऐसे बच्चों में एंटीबॉडी बनी हुई है.

ranchi rims prepared medical treatment protocol to prevent possible third wave
रिम्स में भर्ती बच्चे

झारखंड में स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञों को अनुमान है कि अगर तीसरी लहर आई, तो 8 लाख बच्चे इसकी जद में आ सकते हैं. करीब 4 हजार बच्चे ऐसे होंगे, जिन्हें ICU की जरूरत पड़ सकती है. इसी अनुमान को ध्यान में रखकर राज्य में तैयारियां की जा रही है.

रांची: कोरोना की संभावित थर्ड वेव (Possible Third Wave of Corona) से निपटने की तैयारियां झारखंड के अस्पतालों में तेज कर दी गई हैं. रिम्स के कोरोना टास्क फोर्स संयोजक (Corona Task Force Coordinator) डॉ. प्रभात कुमार कहते हैं रिम्स में संभावित तीसरे लहर से निपटने के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है. एडल्ट लोगों के कोरोना संक्रमण के लिए तैयार ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल के आधार पर ही बच्चों के इलाज के लिए ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल रिम्स ने तैयार किया है.

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इसके अलावा भारत सरकार और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी गाइडलाइन मिली है, जिसमें उम्मीद जताई गई है कि अगर संभावित तीसरी लहर आती है और केंद्र में बच्चे होंगे तो उनको मुख्य रूप से रेस्पिरेटरी, कार्डियक और लीवर की कुछ समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में इसके लिए विशेष तैयारी करनी है.

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बच्चों का इलाज करते डॉक्टर

पोस्ट कोरोना से पीड़ित बच्चे पहुंच रहे रिम्स

रिम्स की नियोनेटल विभाग की हेड डॉ. मिनी रानी अखौरी कहती हैं कि अभी तीसरी वेव या कोरोना संक्रमित बच्चे तो नहीं हैं. रिम्स में पोस्ट कोरोना के लक्ष्ण लेकर लेकर बड़ी संख्या में बच्चे पहुंच रहे हैं. ऐसे बच्चों में एंटीबॉडी बनी हुई है.

ranchi rims prepared medical treatment protocol to prevent possible third wave
रिम्स में भर्ती बच्चे

झारखंड में स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञों को अनुमान है कि अगर तीसरी लहर आई, तो 8 लाख बच्चे इसकी जद में आ सकते हैं. करीब 4 हजार बच्चे ऐसे होंगे, जिन्हें ICU की जरूरत पड़ सकती है. इसी अनुमान को ध्यान में रखकर राज्य में तैयारियां की जा रही है.

Last Updated : Jul 15, 2021, 10:52 PM IST
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