रांची: राजधानी के सिविल कोर्ट में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर डालसा के सचिव सह सीनियर डिवीजन के सिविल जज राकेश रंजन ने बताया कि नालसा और झालसा के तत्वाधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन रांची जिला व्यवहार न्यायालय में हो रहा है. उन्होंने बताया कि जमीन विवाद परिवारिक विवाद बैंक लोन विवाद सहित विभिन्न मामलों को लेकर नोटिस कोर्ट में फाइल किए गए थे. उन्होंने बताया कि करीब एक लाख केस को निष्पादन के लिए चयन किया गया है.
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सभी मामलों के विभिन्न कोर्ट और बेंचेज बनाए गए हैं. जिसमें उससे संबंधित न्यायाधीश से और वकील खुद बैठे हुए हैं. फैमिली कोर्ट, फ्री लिटिगेशन मामले, बिजली बिल के मामले, बैंक लोन के मामलों के अलग-अलग बेंच बना दिए गए हैं. सभी बेंचो पर अच्छे रिस्पांस लोगों के मिल रहा है. उन्होंने बताया कि लोक अदालत के लिए 15-20 दिन पहले से ही जिला प्रशासन और कोर्ट के द्वारा लोगों के बीच प्रचार-प्रसार किया जा रहा था. ताकि छोटे-मोटे विवाद के लिए लोगों को कोर्ट के चक्कर न लगाना पड़े.
वहीं राष्ट्रीय लोक अदालत में हुए फैसले से संतुष्ट लाभुक सीमा प्रवीण ने बताया कि उनका मामला फैमिली कोर्ट में आया था. उन्होंने बताया कि शादी के बाद से ही उनके पति और ससुराल वालों के तरफ से उन्हें मारा-पीटा जाता था. जिसके बाद वह कोट का शरण ली थी. कहा कि लेकिन अब राष्ट्र लोक अदालत में मामला आने के बाद न्यायाधीश और वकीलों की दलील से उनके ससुराल वाले मान गए हैं. अब वह राजी खुशी फिर से अपने ससुराल वापस जा रही है. बैंक लोन से परेशान कुंवर सिंह ने बताया कि उनके ऊपर करीब 2 लाख का लोन था, जिसके लिए वह वर्षों से परेशान थ. लेकिन अब उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रीय लोक अदालत में आने के बाद उन्हें वर्षों के कर्ज से मुक्ति मिलेगी.