रांचीः शहर के हिंदपीढ़ी इलाके से एक और महिला के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया है. हिंदपीढ़ी इलाके से दूसरा पॉजिटिव मामला आते ही पूरे इलाके को 72 घंटे के लिए सील किया गया है, लेकिन इस मामले ने जिला प्रशासन की कलई भी खोल दी है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस इलाके से मलेशिया की एक महिला कोरोना पॉजिटिव मिली थी, इसके बाद पूरे इलाके में स्क्रीनिंग की जा रही थी फिर भी प्रशासन की रडार पर यह महिला नहीं आ पाई.
इस महिला की जांच जिला प्रशासन की तरफ से नहीं बल्कि संयोगवश हुई है. दरअसल किडनी की बीमारी से ग्रसित यह महिला निजी चिकित्सक से इलाज करा रही थी और उसे डायलसिस कराना था तो निजी डॉक्टर को कुछ अंदेशा हुआ और उन्होंने महिला को रिम्स में कोविड 19 की जांच कराने का सुझाव दिया था.
वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन द्वारा चौथी कोरोना पॉजिटिव महिला की ट्रेवल हिस्ट्री को चेक करते हुए बरयातु स्थित डॉ अशोक कुमार बैध के नेफ्रॉन डायलेसिस सेंटर को सील कर दिया है, क्योंकि इसी सेंटर में चौथी संक्रमित महिला डायलसिस कराने पहुंची थी.
इसीलिए प्रशासन द्वारा चिन्हित किया जा रहा है कि संक्रमित महिला के संपर्क में कौन-कौन आया है फिलहाल एहतियात के तौर पर डायलिसिस सेंटर के 30 से ज्यादा लोगों को कोरोनटाईन के लिए भेज दिया गया है.
दूसरी ओर जब वह रिम्स पहुंची तो वहां उसका सेंपल लेकर इस सुझाव के साथ भेज दिया गया कि साथ ही कहा कि आप अपने घर में ही कोरोनटाइन में रहें. रिम्स प्रशासन को यह मालूम ही नहीं था कि यह महिला भी मलेशिया वाली महिला के संपर्क में रही है.
इसको लेकर ईटीवी भारत ने जब रिम्स प्रशासन और जिला प्रशासन से सवाल किया तो उन्होंने बताया कि महिला डायलिसिस के लिए निजी क्लीनिक गई हुई थी, जहां डॉक्टरों ने उसे कोविड-19 के लिए रिम्स भेज दिया और रिम्स प्रशासन ने उसका सैंपल लेकर घर में ही कोरोनटाइन रहने की सलाह दी.
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हालांकि रिम्स प्रसाशन और जिला प्रसाशन ने कहा कि कहीं से भी यह जानकारी नहीं है कि चौथी संक्रमित महिला पहली संक्रमित महिला के संपर्क में थी और जब पहली संक्रमित महिला की ट्रेवल हिस्ट्री जांच की जा रही थी तो उसने इस महिला का कहीं से भी चर्चा नहीं की गई थी.
इसीलिए चौथी संक्रमित महिला को कोरोनटाइन में भी नहीं रखा गया, लेकिन जैसे ही जिला प्रशासन को महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना मिली तो तुरंत ही जिला प्रशासन द्वारा महिला को रिम्स के कोरोना सेंटर में लाया गया जहां उसकी इलाज शुरू कर दिया गया है.