रांची: अपराधियों को पकड़ने के लिए रांची पुलिस की स्पेशल टीम (Ranchi Police Special Team) का गठन किया गया है. स्पेशल टीम को राज्य के हिसाब से आठ जोन में बांटा गया है. इसमें कुल 38 सब इंपेक्टर रैंक के अफसरों को शामिल किया गया है. इनको थानों में जितने भी लंबित मामले जो दूसरे राज्यों से जुड़े हुए हैं, उसका निष्पादन करने की जिम्मेवारी सौंपी गई है.
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टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि संगीन वारदात में शामिल अपराधियों का पहले कोर्ट से वारंट लें. इसके बाद उस केस से जुड़े पुलिस पदाधिकारियों के साथ टीम के सदस्य संबंधित राज्य में जाएं. उस राज्य के स्थानीय पुलिस की मदद से संबंधित अपराधी को दबोच कर रांची लाएं. एसएसपी (Ranchi SSP Kishor Kaushal) ने टीम के सदस्यों को सख्त निर्देश दिया है कि लंबित मामलों को हर हाल में निर्धारित समय में निष्पादन करें. ऐसा नहीं करने पर संबंधित टीम के सदस्यों पर कार्रवाई भी की जाएगी.
हर टीम में तेज तर्रार पुलिसकर्मी: रांची पुलिस की ओर से गठित हर स्पेशल टीम में तेज तर्रार अफसरों को शामिल किया गया है. हर टीम में दो या फिर तीन पुलिसकर्मियों को रखा गया है. इसमें केस के अनुसंधानकर्ता के अलावा स्पेशल टीम से सदस्य रखे गए.
इन राज्यों में काम कर रही स्पेशल टीम: बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, आंद्रप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जाकर ये टीम अपराधियों को पकड़ने में लगे हैं.
सभी टीमें दूसरे राज्यों में कर रही हैं काम: जोन एक में बिहार के 30 जिलों को शामिल किया गया है. सभी जिलों के लिए तीन ग्रूप बनाए गए हैं. छह पुलिस पदाधिकारियों को जिम्मेवारी दी गई है कि वे जिलों में जाकर कांड से जुड़े मामले की तहकीकात करें और उसे निष्पादित करें. सभी छह पुलिस अफसर पिछले चार दिनों से बिहार में कैम्प कर रहे हैं, ताकि लम्बित मामलों को जल्द खत्म किया जा सके.
जोन दो में उत्तर प्रदेश को रखा गया है. यूपी के 11 जिलों में जाकर केस का अनुसंधान करने के लिए चार अफसरों को जिम्मेवारी सौंपी गई है. जोन तीन में दिल्ली को रखा गया है. जोन चार में हरियाणा और पंजाब को रखा गया है. इन दोनों राज्यों के छह जिलों में केस का अनुसंधान करने के लिए चार सब इंस्पेक्टर को भेजा गया है. जोन पांच में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को रखा गया है.
जोन छह तमिलनाडु और आंद्रप्रदेश को रखा गया है. इन दोनों राज्य के छह जिलों में जा कर केस का अनुसंधान की जिम्मेवारी आठ सब इंस्पेक्टर को दी गई है. जोन सात में महाराष्ट्र को रखा गया है. जोन आठ में पश्चिम बंगाल को रखा गया है. यहां जाने के लिए दो-दो अफसरों की टीम बनायी गई है. इसी ग्रूप में ओडिशा को भी रखा गया है. ओडिशा जाकर केस का अनुसंधान करने के लिए दो टीमें बनायी गई है. हर टीम में दो-दो अफसर रखे गए हैं.
क्या कहते हैं एसएसपी: रांची एसएसपी किशोर कौशल के अनुसार रांची के विभिन्न थानों में दूसरे राज्यों से जुड़े मामले लंबित पड़े हैं. इन मामलों का निष्पादन करने के लिए स्पेशल टीम बनायी गई है. गठित टीम को निर्देश दिया गया है कि दूसरे राज्य जाकर अपराधियों को पकड़कर रांची लाएं. बनाई गई स्पेशल टीम के अफसर फिलहाल दूसरे राज्यों में काम कर रहे हैं. दूसरे राज्यों में गई पुलिस टीम को सीनियर अधिकारियों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है. कहीं भी अगर किसी तरह की परेशानी हो रही है तो सीनियर अफसर दूसरे राज्यों के सीनियर अफसरों के साथ तालमेल कर अपराधियों को गिरफ्तार करने में मदद कर रहे हैं.