रांची: जिले के हिंदपीढ़ी इलाके के रहने वाले एक आर्मी जवान की पत्नी से यौन शोषण के मामले में रांची पुलिस ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आरोपी के घर कुर्की जब्ती की कार्रवाई की. आरोपी के गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज यौन शोषण की शिकार महिला कुछ दिन पहले रांची के बड़ा तलाब में कूद गई थी और उसे बड़ी मुश्किल से बचाया गया था.
आरोपी डेविड कुजूर चल रहा है फरार
सिलीगुड़ी के रहने वाले डेविड कुजूर के घर से सारा सामान जब्त कर सिलीगुड़ी थाने में रखा गया है, लेकिन कुर्की के दौरान वह नहीं पकड़ा पाया. रांची पुलिस के पहुंचने की सूचना पर आरोपी डेविड फरार हो गया. इसके बाद रांची पुलिस कुर्की की कार्रवाई कर वापस लौट गई. बता दें कि पीड़िता ने बीते आठ मई को कार्रवाई नहीं होने की वजह से बड़ा तालाब में छलांग लगा दी थी, लेकिन वहां मौजूद पुलिस और स्थानीय लोगों ने उसे बचा लिया था.
महिला थाने में दर्ज है एफआईआर
जानकारी के अनुसार, पीड़िता एक आर्मी अधिकारी की पत्नी है और बिहार में उनकी पोस्टिंग है. पीड़िता से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी का रहने वाला डेविड नाम के युवक ने फेसबुक के माध्यम से दोस्ती हुई थी. इसके बाद इन्होंने रांची के मेन रोड स्थित एक होटल में आकर कई बार संबंध बनाए. इस दौरान आरोपी ने पीड़िता की अश्लील तस्वीरें भी ली थी, जिसे उसने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था.
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छह महीने पहले पीड़िता ने रांची के महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. आइटी एक्ट का मामला होने की वजह से मामले के अनुसंधानकर्ता हिंदपीढ़ी के तत्कालीन थानेदार दीपक कुमार बनाए गए थे. इसके बाद से पीड़िता लगातार आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर थाने का चक्कर काट रही थी, लेकिन थानेदार ने कोई कारवाई नहीं की.
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तबादले के बाद भी केस का नहीं दिया था चार्ज
पीड़िता के इस मामले की केस डायरी हिंदपीढ़ी थाना के तत्कालीन थानेदार दीपक कुमार के पास ही था. केस का चार्ज वर्तमान थाना प्रभारी बृज कुमार को मिलने के बाद विधिवत कार्रवाई शुरू की गई. तबादले से पहले थानेदार दीपक ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया, तबादला होने के पांच महीने बाद भी केस की फाइल अपने कब्जे में ही रखा था. इसे लेकर सीनियर अधिकारियों ने पूर्व थानेदार को काफी फटकार भी लगाई थी.