रांची: जिले में मजदूर बनकर रह रहे नक्सली संगठन पीएलएफआई के एक नक्सली को पुलिस ने दबोच लिया है. वह रांची के तुपुदाना ओपी इलाके के पुराना हुलहुंडू स्थित किराए के मकान में छिपकर रह रहा था.
किराए के मकान में रहता था नक्सली
नक्सली की गुप्त सूचना रांची के तुपुदाना ओपी प्रभारी तारीक अनवर को मिली थी. इसके बाद वह टीम लेकर हुलहुंडू स्थित उस किराए के मकान पर पहुंचे, जहां वह रहता था. पुलिस ने चारों ओर से उसके मकान को घेरा और उसे दबोच लिया गया. उसी मकान में सदानंद के साथ तीन अन्य नक्सली भी रहते थे जो काम करने के लिए बाहर गए हुए थे. सदानंद के पकड़े जाने की सूचना मिलने पर सभी फरार हो गए.
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उग्रवादी घटनाओं को देता था अंजाम
पुलिस के अनुसार, नक्सली सदानंद सरायकेला खरसांवा इलाके में सक्रिय कुख्यात नक्सली महाराजा प्रमाणिक के दस्ते में था. वह सरायकेला में रहकर उग्रवादी घटनाओं को अंजाम देता था. पुलिस की दबिश पड़ने पर वह वहां से भागकर जीदन गुड़िया दस्ते से जुड़ गया था और तुपुदाना इलाके के पुराना हुलहुंडू में छिप कर रहने लगा था. सदानंद मूल रूप से सोनाहातू थाना क्षेत्र के कोकाडीह चोकाहातू का रहने वाला है.
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प्रेमिका और मां के साथ रहता था नक्सली
नक्सली सदानंद के साथ उसकी मां और प्रेमिका भी रहती थी. दोनों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ किया और बाद दोनों को छोड़ दिया गया. प्रेमिका को काफी दिनों से वह साथ में रख रहा था, लेकिन उससे शादी नहीं किया था.
डकैती और लेवी वसूली में है वांटेड
नक्सली सदानंद के खिलाफ रांची के तमाड़ और बूंडू थाने में तीन-तीन और सोनाहातू थाने में दो मामले दर्ज हैं. सभी मामले डकैती, लूट, लेवी वसूली और आर्म्स एक्ट से संबंधित है, जिनमें वह वांटेड है. काफी दिनों से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. रांची के अलावा सरायकेला-खरसांवा जिले के चांडिल, चौका और तिरुलडीह थाने में भी उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं.