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अफीम पर नकेल : माफिया के साथ-साथ मददगार भी राडार पर, तैयार हो रहा डेटा - Ranchi News

रांची पुलिस अफीम की खेती पर नकेल कसने की लगातार कोशिश कर रही है, पुलिस इस साल की अफीम की खेती को नष्ट करने में जुटी हुई है. अफीम की खेतों की जानकारी के लिए पुलिस ड्रोन की मदद ले रही है. इतना ही नहीं पुलिस अफीम माफिया के साथ उन लोगों को भी तलाश रही है, जो उनकी मदद कर रहे हैं.

Ranchi police action against opium
ड्रोन की मदद से अफीम की खेती की जानकारी
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Published : Jan 19, 2023, 3:58 PM IST

Updated : Jan 19, 2023, 4:20 PM IST

देखें पूरी खबर

रांची: पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद इस साल भी नशे के सौदागर अफीम की खेती करने में कामयाब हो गए. राजधानी में तमाड़, पिठोरिया, बुंडू, नामकुम, दशम और तुपुदाना में सैकड़ों एकड़ में अफीम की फसल तैयार होने की स्थिति में पहुच गई है, जिसे नष्ट करने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं. इस स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने अब नई तरह से प्लानिंग शुरू कर दी है. पुलिस के लिए काम करने वाले लोकल मुखबिर और चौकीदारों के माध्यम से वैसे लोगों की जानकारी हासिल की जा रही है, जो अफीम की खेती करवाते और करते हैं.

ये भी पढ़ें: पांच एकड़ खेत में लगे अफीम की फसल को किया गया नष्ट, पुलिस कर रही किसानों की तलाश

एक सप्ताह में 15 एकड़ में लगी फसल हुई नष्ट: ड्रोन की सहायता से पुलिस को अफीम की खेती की जानकारी मिलनी शुरू हो गई है, जिसके बाद उसे नष्ट करने की कार्रवाई की जा रही है. पिछले एक सप्ताह के दौरान ही राजधानी के नामकुम, दशम और तुपुदाना थाना क्षेत्रों से करीब 15 एकड़ में लगी हुई फसल को पुलिस ने नष्ट कर दिया है. अफीम की खेती की जानकारी हासिल करने में पुलिस को ड्रोन से काफी मदद मिल रही है. राजधानी रांची के ग्रामीण इलाकों के बीहड़ों में ड्रोन को उड़ाकर लगातार अफीम की खेती का पता लगाया जा रहा है ताकि उसे नष्ट किया जा सके.

खेती करने वाले राडार पर: रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि इस बार भी बड़े पैमाने पर अफीम की खेती नशे के सौदागरों के द्वारा ग्रामीणों की मदद से की गई है. अफीम की फसल में फूल भी उग आए हैं. इस बार अफीम की फसल को तो नष्ट किया ही जा रहा है, लेकिन जिन लोगों के द्वारा अफीम की खेती की गई है, उनके बारे में भी जानकारी हासिल की जा रही है. अफीम की खेती पर ब्रेक लगाने के लिए अफीम माफिया और खेती करने वाले दोनों पर नकेल कसना बेहद जरूरी है. तमाम जागरुकता अभियान चलाने के बाद भी अफीम की खेती होना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण है.

कहां-कहां हुई है खेती: सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि राजधानी रांची में जिन थाना क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की गई है, उन सभी की जानकारी पुलिस तक पहुंच गई है. ड्रोन से युक्त रांची पुलिस की एक टीम लगातार बीहड़ों में अफीम की खेती का पता लगाकर उसकी जानकारी थाना प्रभारियों तक पहुंचा रही है, जिसके बाद उन्हें नष्ट करने का काम किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार रांची के नामकुम, दशम, तुपुदाना, पिठोरिया, बुढ़मू और रांची खूंटी के बॉर्डर पर बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की गई है.

जल्द करना होगा नष्ट: पुलिस अधिकारियों के अनुसार अफीम की फसल लगभग तैयार होने की स्थिति में है, ऐसे में उन्हें जल्द से जल्द नष्ट करना बेहद जरूरी है. अगर जल्द ही उन्हें नष्ट नहीं किया गया तो अभी माफिया उसे निकालने में कामयाब हो जाएंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले चौकीदारों और पुलिस के एसपीओ को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे अफीम की खेती पर नजर रखें. अगर खेत से अफीम निकालने के लिए कोई पहुंचता है तो उसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें ताकि वैसे लोगों पर कार्रवाई की जा सके.

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रांची: पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद इस साल भी नशे के सौदागर अफीम की खेती करने में कामयाब हो गए. राजधानी में तमाड़, पिठोरिया, बुंडू, नामकुम, दशम और तुपुदाना में सैकड़ों एकड़ में अफीम की फसल तैयार होने की स्थिति में पहुच गई है, जिसे नष्ट करने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं. इस स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने अब नई तरह से प्लानिंग शुरू कर दी है. पुलिस के लिए काम करने वाले लोकल मुखबिर और चौकीदारों के माध्यम से वैसे लोगों की जानकारी हासिल की जा रही है, जो अफीम की खेती करवाते और करते हैं.

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एक सप्ताह में 15 एकड़ में लगी फसल हुई नष्ट: ड्रोन की सहायता से पुलिस को अफीम की खेती की जानकारी मिलनी शुरू हो गई है, जिसके बाद उसे नष्ट करने की कार्रवाई की जा रही है. पिछले एक सप्ताह के दौरान ही राजधानी के नामकुम, दशम और तुपुदाना थाना क्षेत्रों से करीब 15 एकड़ में लगी हुई फसल को पुलिस ने नष्ट कर दिया है. अफीम की खेती की जानकारी हासिल करने में पुलिस को ड्रोन से काफी मदद मिल रही है. राजधानी रांची के ग्रामीण इलाकों के बीहड़ों में ड्रोन को उड़ाकर लगातार अफीम की खेती का पता लगाया जा रहा है ताकि उसे नष्ट किया जा सके.

खेती करने वाले राडार पर: रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि इस बार भी बड़े पैमाने पर अफीम की खेती नशे के सौदागरों के द्वारा ग्रामीणों की मदद से की गई है. अफीम की फसल में फूल भी उग आए हैं. इस बार अफीम की फसल को तो नष्ट किया ही जा रहा है, लेकिन जिन लोगों के द्वारा अफीम की खेती की गई है, उनके बारे में भी जानकारी हासिल की जा रही है. अफीम की खेती पर ब्रेक लगाने के लिए अफीम माफिया और खेती करने वाले दोनों पर नकेल कसना बेहद जरूरी है. तमाम जागरुकता अभियान चलाने के बाद भी अफीम की खेती होना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण है.

कहां-कहां हुई है खेती: सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि राजधानी रांची में जिन थाना क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की गई है, उन सभी की जानकारी पुलिस तक पहुंच गई है. ड्रोन से युक्त रांची पुलिस की एक टीम लगातार बीहड़ों में अफीम की खेती का पता लगाकर उसकी जानकारी थाना प्रभारियों तक पहुंचा रही है, जिसके बाद उन्हें नष्ट करने का काम किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार रांची के नामकुम, दशम, तुपुदाना, पिठोरिया, बुढ़मू और रांची खूंटी के बॉर्डर पर बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की गई है.

जल्द करना होगा नष्ट: पुलिस अधिकारियों के अनुसार अफीम की फसल लगभग तैयार होने की स्थिति में है, ऐसे में उन्हें जल्द से जल्द नष्ट करना बेहद जरूरी है. अगर जल्द ही उन्हें नष्ट नहीं किया गया तो अभी माफिया उसे निकालने में कामयाब हो जाएंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले चौकीदारों और पुलिस के एसपीओ को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे अफीम की खेती पर नजर रखें. अगर खेत से अफीम निकालने के लिए कोई पहुंचता है तो उसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें ताकि वैसे लोगों पर कार्रवाई की जा सके.

Last Updated : Jan 19, 2023, 4:20 PM IST
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