रांची: बढ़ती गर्मी में राजधानीवासियों को जलसंकट का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए रांची की महापौर ने अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक बुधवार (12 अप्रैल) को की. बैठक में मेयर डॉ आशा लकड़ा ने सभी 53 वार्ड में पेयजल की वर्तमान में उपलब्ध सुविधा, खराब पड़े चापाकलों, डीप बोरिंग HYDT और मिनी HYDT की अद्यतन जानकारी ली. इसके साथ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए.
रांची में 2507 चापाकल: रांची नगर निगम क्षेत्र में लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए अभी 2507 चापाकल हैं. वहीं 174 डीप बोरिंग HYDT पंप 174 हैं. इसी तरह मिनी HYDT बोरिंग की संख्या 1374 हैं. समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई कि अलग-अलग वार्डो में 15 से 20 की संख्या में डीप बोरिंग (HYDT) और मिनी HYDT खराब पड़े हैं. इसे जल्द ठीक करा लिया जाएगा. इसके लिए निगम ने 01 करोड़ का बजट भी रखा है. वैसे चापाकल को भी इसी बजट से ठीक कराया जाएगा, जिसका पानी पीने के लायक नहीं है.
204 मिनी HYDT बोरिंग की योजना: राजधानी के 69078 घरों में सप्लाई वाटर जाता है. उनमें से कई इलाका ऐसा है जहां T पॉइंट की गड़बड़ी की वजह से पानी नहीं पहुंचता है. बैठक के बाद यह निर्देश दिया गया है कि ऐसे T पॉइंट को खोला जाएगा ताकि जिन इलाकों में पाइपलाइन का पानी नहीं जाता उन इलाके में भी जलापूर्ति सुनिश्चित हो. बैठक में यह फैसला लिया गया है कि प्रत्येक वार्ड में पार्षद की अनुशंसा पर 03 -03 मिनी HYDT बोरिंग एक सप्ताह में करा लिया जाएगा. पूरे निगम क्षेत्र में कुल 204 मिनी HYDT बोरिंग करने की योजना है. ताकि उन इलाकों में भी लोगों को पानी की दिक्कत न हों.
08 क्विक रिस्पॉन्स टीम गठित: मेयर डॉ आशा लकड़ा ने बताया कि गर्मी के दिनों में खराब होने वाले बोरिंग, चापाकल या कोई अन्य जलापूर्ति संबंधी समस्या के त्वरित निदान के लिए 08-08 प्लमर मिस्त्री वाले कुल आठ क्विक रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है.
ड्राई जोन में 40 टैंकर्स से जलापूर्ति: राजधानी रांची के वार्ड नं 01, 02, 03, 04, 34, 35 सहित कई वार्ड ड्राई जोन है. इन इलाके में लोगों को जलापूर्ति लगातार होती रहे इसके लिए अलग अलग क्षमता वाले कुल 40 टैंकर को लगाए गए हैं. मेयर ने कहा कि राजधानी के सभी मार्केट ठीक होंगे. वहीं "हर घर जल योजना" को लेकर मेयर ने कहा कि जलमीनार सभी वार्ड में बन गए हैं. लेकिन जिस एजेंसी को पाइपलाइन बिछाना है, उसका काम धीमा चल रहा है. यह राज्य सरकार की जवाबदेही है कि वह काम मे तेजी लाने का निर्देश दें.
पूर्व नगर आयुक्त पर फोड़ा ठिकरा: बड़ा तालाब के प्रदूषण को लेकर कुछ भी कहने से मेयर ने इंकार कर दिया. और बड़ा तालाब की बदहाली का सारा ठीकरा उन्होंने रांची नगर निगम के पूर्व नगर आयुक्त पर फोड़ते हुए कहा कि उनकी मनमानी से बड़ा तालाब का यह हाल है. उन्होंने कहा कि राजधानी में।मच्छरों का प्रकोप कम करने के लिये हैंड गन मशीन से दवा छिड़काव कराया जा रहा है.