रांची: शहर की मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में रांची नगर निगम के सफाईकर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना शहर को स्वच्छ रखा, साथ ही कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार की रोकथाम के लिए 53 वार्डों में सेनेटाइजेशन का कार्य भी किया, कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति में भी वे अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक रहे, रांची नगर के सफाईकर्मी वास्तव में सम्मान के पात्र हैं.
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मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि सफाईकर्मियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 19 अप्रैल को स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया था, कि सफाईकर्मियों को कोरोना काल में प्रति माह दिए जाने वाले मानदेय के अतिरिक्त दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा, लेकिन नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं की है, सफाईकर्मी भी नगर आयुक्त के इस रवैये से नाराज हैं.
नगर आयुक्त कर रहे हुकूमत चलाने की कोशिश: मेयर
मेयर ने कहा कि नगर आयुक्त नगर निगम में अपना हुकूमत चलाने की कोशिश कर रहे हैं, स्टैंडिंग कमेटी और निगम परिषद की बैठक में लिए गए निर्णय को भी दरकिनार कर वे अपनी मनमर्जी कर रहे हैं, हाल ही में नगर आयुक्त को पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है, कि स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णय के तहत सफाईकर्मियों को जल्द से जल्द प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाए. हालांकि नगर आयुक्त ने अब तक संबंधित पत्र का कोई जवाब नहीं दिया. मेयर ने कहा कि कहीं ऐसा न हो कि नगर आयुक्त के इस रवैये से नाराज सफाईकर्मी शहर की सफाई व्यवस्था और सेनेटाइजेशन से संबंधित कार्य को ठप कर दें. उन्होंने कहा कि कोरोना के संभावित तीसरी लहर को देखते हुए शहर की साफ-सफाई और सेनेटाइजेशन से संबंधित कार्य को नियमित रूप से कराने की आवश्यकता है. मेयर ने नगर आयुक्त को आगाह करते हुए कहा कि सफाईकर्मियों को जल्द से जल्द प्रोत्साहन राशि का भुगतान करें, नहीं तो सफाईकर्मियों की नाराजगी के कारण शहर की सफाई व्यवस्था कभी भी ठप हो सकती है, जिसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे.