रांची: राजधानी में डेंगू और मलेरिया लगातार अपना पैर पसार रहे हैं. इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अपने पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए और विभिन्न अस्पतालों में डेंगू वार्ड बनाकर मरीजों के इलाज की उचित व्यवस्था का इंतजाम किया गया है(Ranchi Municipal Corporation preparation). वहीं नगर निगम की बात करें तो निगम की तरफ से भी कई तरह की व्यवस्था की गई है. निगम क्षेत्र के 54 वार्डों में फॉगिंग मशीन लगाने के इंतजाम किए गए हैं.
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निगम स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ किरण कुमारी ने बताया कि निगम की तरफ से हर वर्ष डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों से बचने के लिए मुहिम चलाई जाती है. उसी प्रकार इस वर्ष भी स्वास्थ्य विभाग से सामंजस्य बनाकर डेंगू और मलेरिया से ग्रसित मरीजों की सूची बनाई गई है और उनके साथ जाकर बातचीत की गई है. उनसे सारी जानकारी ली गई है.
उन्होंने बताया कि पूरे शहर को डेंगू और मलेरिया से बचाने के लिए बुधवार को एक महत्वपूर्ण बैठक की गई. मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि सभी वार्डों में सर्विलांस की टीम को बढ़ा दिया जाए ताकि मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो सके. उन्होंने बताया कि इस सप्ताह से निगम की ओर से यह भी प्रयास किया गया है कि प्रत्येक वार्ड में निगम के कर्मचारी पहुंचेंगे और हर घर में जाकर मरीज की सघन जांच करेंगे. इसके साथ ही लोगों से जानकारी लेते हुए किसी भी तरह के जमा पानी को साफ करने का काम करेंगे ताकि मलेरिया और डेंगू का लारवा पनप ना सके.
निगम की स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ किरण कुमारी ने बताया कि मलेरिया और डेंगू ऐसे मच्छर हैं जो सिर्फ स्लम एरिया ही नहीं बल्कि कहीं भी पैदा ले सकते हैं और किसी भी तरह के लोगों को हानि पहुंचा सकते हैं. इसीलिए निगम की तरफ से हर उन जगहों पर निगरानी की जा रही है जहां पर पानी जमा होता है या फिर गंदगी का अंबार लगा है. उन्होंने बताया कि झुग्गी झोपड़ी वाले इलाकों में निगम की तरफ से विशेष अभियान चलाया जाएगा.
वहीं शहर के कई ऐसे जगह है जहां पर नाले के पास जगह नहीं है और मजदूर वहां पर जाकर काम नहीं कर सकते. ऐसे में ऐसी जगह को साफ रखने के लिए ग्रेन्युल का भी उपयोग किया जाएगा, ताकि ग्रेन्यूल्स को पोटली में बांध कर बंद नाले में दूर तक फेंका जा सके जो वहां पर उत्पन हुए लारवा को समाप्त कर देगा. उन्होंने बताया कि निगम की तरफ से समय-समय पर फॉगिग करने वाले वाहनों को भी सभी वार्डों में भेजा जाता है ताकि मच्छरों से लोगों को बचाया जा सके. वर्तमान में कुल 11 फॉगिंग मशीन वाहन निगम के पास हैं. जिसको समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों में भेजकर फॉगिंग कराई जा रही है.
वहीं निगम क्षेत्र के स्लम एरिया में रह रहे लोगों ने बताया कि पिछले कई महीनों से नाले खुले हुए हैं. जिस वजह से मच्छरों के आतंक से लोग परेशान हैं. झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों ने कहा कि शाम होते ही पूरा क्षेत्र मच्छरों से परेशान होता है, ऐसे में डेंगू और मलेरिया के फैलने की गुंजाइश बढ़ जाती है. निगम के पदाधिकारी किरण कुमारी बताती हैं कि निगम अपनी ओर से जागरुकता अभियान चला रहा है. जिसमें लोगों को होर्डिंग में तस्वीर दिखाकर और एलईडी में भी विजुअल चलाकर मलेरिया और डेंगू के प्रति सचेत किया जा रहा है.