रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले पर हमले का मुख्य आरोपी भैरव सिंह के खिलाफ रांची नगर निगम ने 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था. क्योंकि पिछले दिनों जेल से जमानत पर रिहा होने पर उसके स्वागत में राजधानी के चौक चौराहों पर बिना अनुमति के पोस्टर बैनर लगाए गए थे. जुर्माने को लेकर 48 घंटे का समय दिया गया था. लेकिन उसकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला. ऐसे में एक बार फिर रांची नगर निगम की ओर से नोटिस जारी किया गया है और जल्द जवाब मांगा गया है.
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रांची नगर निगम के उप नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन ने मंगलवार को बताया कि अंतिम बार भैरव सिंह को नोटिस जारी किया गया है और लगाए गए जुर्माने को लेकर जवाब मांगा गया है. उन्होंने कहा है कि अगर इस नोटिस के बाद भी जवाब नहीं मिलता है. तो झारखंड नगर पालिका अधिनियम 2011 की सुसंगत धारा के तहत सख्ती से कार्रवाई की जायेगी. साथ ही नगर निगम विज्ञापन लगाने वाले एजेंसियों के खिलाफ भी सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई करेगी.
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साथ ही नगर निगम ने विज्ञापन लगाने वाले एजेंसियों से इन पोस्टर्स के बारे में पूछा कि किस आदेश से पोस्टर लगा था. तो एजेंसियों ने साफ कर दिया कि पोस्टर लगाने की अनुमति नहीं दी गई थी. इसको लेकर कई संगठनों ने आपत्ति जतायी थी. जिसके बाद आनन-फानन में रांची नगर निगम के इंफोर्समेंट टीम के द्वारा सभी पोस्टर बैनर को हटाया गया था.
जानकारी के मुताबिक भैरव सिंह के द्वारा अगर जुर्माने का भुगतान नहीं किया जाता है, तो रांची नगर निगम भैरव सिंह के खिलाफ सर्टिफिकेट केस कर सकती है. साथ ही पहले के कुछ ऐसे मामले भी आए हैं, जिसमें नगर निगम का जुर्माना भुगतान नहीं करने पर होल्डिंग टैक्स में जुर्माने की राशि को अटैच कर नगर निगम द्वारा वसूली की गई है. हालांकि भैरव सिंह के मामले में झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 के तहत ऐसा प्रावधान है या नहीं यह देखने वाली बात होगी. लेकिन रांची नगर निगम के द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है. यह भी देखना दिलचस्प होगा.