रांची: केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को भाजपा सांसद संजय सेठ ने एकात्म मानववाद का बजट बताया है. सांसद संजय सेठ ने कहा कि आजादी के 75 वर्षों में पहली बार केंद्र प्रायोजित 300 योजनाओं का लाभ सीधे लाभुकों के खाते में गया है. इसमें कोई बिचौलिया हावी नहीं हुआ है. भाजपा सांसद ने 2023-24 बजट को हर वर्ग का बजट बताते हुए कहा कि यह आजादी के अमृत महोत्सव का पहला बजट है. उन्होंने कहा कि यह बजट मुख्य रूप से किसान, ग्रामीण विकास, महिला विकास एवं सशक्तिकरण, विश्वकर्मा, मध्यम वर्ग, एमएसएमई, स्वास्थ्य, शिक्षा और युवा वर्गों को प्रोत्साहन और स्वरोजगार के लिए समर्पित बजट है.
आज पीएम मोदी की बात दुनिया मानती है-संजय सेठ: सांसद संजय सेठ ने कहा कि पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर दुनिया 21 जून को विश्व योगा दिवस मनाती है. आज जब पीएम मोदी ने 2023 को मिलेट्स वर्ष की घोषणा की तो यूनाइटेड नेशन ने भी इसे माना और आज अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मनाया जा रहा है. अब मोटे अनाज को श्रीअन्न का नाम दिया गया है, इसी श्रीअन्न से देश के किसानों की हालात बेहतर होगी.
जनजातीय समाज के विकास की योजनाओं का लाभ झारखंड को मिलेगा: संजय सेठ ने कहा कि 500 प्रखंडों में आकांक्षी योजना का लाभ झारखंड को मिलेगा. 740 एकलव्य स्कूल की स्थापना और 38800 शिक्षक, कर्मचारियों की नियुक्ति का लाभ झारखंड को भी मिलेगा. उन्होंने कहा कि 14500 पीएम श्री स्कूल का प्रावधान किया गया है, इसका भी लाभ राज्य को मिलेगा.
रांची लोकसभा क्षेत्र को मिली रेल मंत्रालय की सौगातें: सांसद संजय सेठ ने कहा कि बजट में रांची लोकसभा क्षेत्र में रेलवे के विकास के लिए कई सौगातें दी गई है. हटिया, बालश्रृंग, पिस्का, नगड़ी, चांडिल, सिल्ली और टाटी सिल्वे को मॉडल रेलवे स्टेशन बनाया गया है. संजय सेठ ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रधानमंत्री आवास निर्माण के लिए 48000 करोड़ रुपये का बजट रखा गया था, जिसे इस साल बढ़ाकर 79590 करोड़ किया गया है. बजट में 66% की वृद्धि से देश विकास की राह पर तेजी अग्रसर होगा.
सासंद ने अडानी प्रकरण पर क्या कहा: संजय सेठ ने कहा कि अडानी प्रकरण पर जेपीसी जांच की कोई जरूरत ही नहीं है, क्योंकि इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक भटकी हुई पार्टी है, यही वजह है कि कभी वह पहले से एकजुट देश में भारत जोड़ने निकलती है तो कभी वह एक विदेशी एजेंसी की गलत और षडयंत्रकारी रिपोर्ट पर भारत की जीवन बीमा कंपनी एलआईसी और स्टेट बैंक को घेरने का कार्यक्रम बनाती है. देश की जनता सब देख रही है और इसका जवाब 2014, 2019 में दे दिया है. 2024 में भी जनता इन्हें सबक सिखाएगी.