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Navratri 2023: रांची का यह पंडाल सांप्रदायिक सौहार्द का दे रहा संदेश, हिंदू मुस्लिम एकजुट होकर मना रहे दुर्गा पूजा - Ranchi news

राजधानी रांची में दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाई जा रही है. इस मौके पर विभिन्न पंडालों में लगाई गई आकृतियों और साज सज्जा के माध्यम से समाज के लिए कई संदेश भी दिए जा रहे हैं. लेकिन राजधानी रांची में एक ऐसा भी पंडाल है. जो भले ही अपनी साज सज्जा के लिए अलग पहचान नहीं बनाते हैं मगर पूजा करने वाले और समिति में शामिल लोगों की सोच उनको खास बनाती है. Ranchi Karbala Chowk Durga Puja pandal.

Ranchi Karbala Chowk Durga Puja pandal
Ranchi Karbala Chowk Durga Puja pandal
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 20, 2023, 6:09 PM IST

Updated : Oct 20, 2023, 6:20 PM IST

रांची का यह पंडाल सांप्रदायिक सौहार्द का दे रहा संदेश

रांची: राजधानी रांची के कर्बला चौक स्थित श्रीश्री दुर्गा पूजा समिति की तरफ से बनाया गया पंडाल समाज में सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देता है. अन्य पंडालों की तरह यहां भव्य पंडाल नहीं है. लेकिन छोटे पंडाल के भीतर हो रहे पूजा करने वाले लोगों का संदेश काफी बड़ा है. इस पंडाल में देवी दुर्गा की प्रतिमा सनातन धर्म के लोगों के साथ-साथ मुस्लिम कौम के लोगों की सहभागिता से स्थापित की जाती. पूजा पंडाल समिति के सदस्य अफरोज आलम बताते हैं कि इस मंदिर में कई दशकों से दुर्गा पूजा मनाई जाती है. जिसमें कर्बला चौक में रहने वाले हजारों मुसलमानों की उतनी ही सहभागिता होती है, जितनी हिंदुओं की होती है.

ये भी पढ़ें: Navratri 2023: गिरिडीह के अटका में अंग्रेजी हुकूमत के समय से मन रहा दुर्गोत्सव, काफी रोचक है इतिहास

पूजा शुरू होने से पहले मुस्लिम और हिंदू परिवार में उत्साह का माहौल होता है. दोनों धर्म के लोग दुर्गा पूजा के लिए चंदा काटते हैं और मंदिर में दिन-रात रहकर धूमधाम से दुर्गा पूजा मनाते हैं. जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है कर्बला चौक मुस्लिम बहुल इलाका है. यहां पर कई बार हिंदू मुस्लिम के बीच तनातनी भी देखने को मिलती है. इसके बावजूद यहां के लोग दुर्गा पूजा के मौके पर एक साथ मिलकर आपसी भाईचारा का संदेश देते हुए नजर आते हैं.

मंदिर में 24 घंटा सेवा देने वाले मोहम्मद नसीम कहते हैं कि मंदिर में ही रहना होता है और इसी के पास वह अपनी दुकान भी चलाते हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें कभी भी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि वह हिंदू धर्म से दूर हैं या फिर उनके साथ रहने वाले किसी भी हिंदू शख्स को यह महसूस नहीं होता कि वह मुसलमान धर्म से दूर हैं.

दुर्गा पूजा के मौके पर कर्बला चौक के लोग जाति धर्म को भूलकर धूमधाम से दुर्गा पूजा मनाते हैं और यह संदेश देते हैं कि मजहब के नाम पर एक दूसरे का खून न बहाएं. मंदिर समिति के सदस्य रवि राम बताते हैं कि कर्बला चौक स्थित श्रीश्री दुर्गा पूजा समिति यह बताना चाहता है कि धरती पर मौजूद लोग जाति और धर्म के नाम पर अपना नुकसान न करें, क्योंकि धरती पर मौजूद कोई भी शख्स पहले इंसान है और उसकी सिर्फ एक जाति है, जिसे हम इंसानियत के नाम से जानते हैं.

पूजा समिति के लोगों ने कहा कि इंसानियत को बचाने के लिए जाति धर्म से ऊपर उठना होगा तभी समाज का पूर्ण विकास हो पाएगा. कर्बला चौक स्थित श्री श्री दुर्गा पूजा समिति इसी संदेश के साथ दशकों से शांतिपूर्ण तरीके से दुर्गा पूजा मना रही है.

रांची का यह पंडाल सांप्रदायिक सौहार्द का दे रहा संदेश

रांची: राजधानी रांची के कर्बला चौक स्थित श्रीश्री दुर्गा पूजा समिति की तरफ से बनाया गया पंडाल समाज में सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देता है. अन्य पंडालों की तरह यहां भव्य पंडाल नहीं है. लेकिन छोटे पंडाल के भीतर हो रहे पूजा करने वाले लोगों का संदेश काफी बड़ा है. इस पंडाल में देवी दुर्गा की प्रतिमा सनातन धर्म के लोगों के साथ-साथ मुस्लिम कौम के लोगों की सहभागिता से स्थापित की जाती. पूजा पंडाल समिति के सदस्य अफरोज आलम बताते हैं कि इस मंदिर में कई दशकों से दुर्गा पूजा मनाई जाती है. जिसमें कर्बला चौक में रहने वाले हजारों मुसलमानों की उतनी ही सहभागिता होती है, जितनी हिंदुओं की होती है.

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पूजा शुरू होने से पहले मुस्लिम और हिंदू परिवार में उत्साह का माहौल होता है. दोनों धर्म के लोग दुर्गा पूजा के लिए चंदा काटते हैं और मंदिर में दिन-रात रहकर धूमधाम से दुर्गा पूजा मनाते हैं. जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है कर्बला चौक मुस्लिम बहुल इलाका है. यहां पर कई बार हिंदू मुस्लिम के बीच तनातनी भी देखने को मिलती है. इसके बावजूद यहां के लोग दुर्गा पूजा के मौके पर एक साथ मिलकर आपसी भाईचारा का संदेश देते हुए नजर आते हैं.

मंदिर में 24 घंटा सेवा देने वाले मोहम्मद नसीम कहते हैं कि मंदिर में ही रहना होता है और इसी के पास वह अपनी दुकान भी चलाते हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें कभी भी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि वह हिंदू धर्म से दूर हैं या फिर उनके साथ रहने वाले किसी भी हिंदू शख्स को यह महसूस नहीं होता कि वह मुसलमान धर्म से दूर हैं.

दुर्गा पूजा के मौके पर कर्बला चौक के लोग जाति धर्म को भूलकर धूमधाम से दुर्गा पूजा मनाते हैं और यह संदेश देते हैं कि मजहब के नाम पर एक दूसरे का खून न बहाएं. मंदिर समिति के सदस्य रवि राम बताते हैं कि कर्बला चौक स्थित श्रीश्री दुर्गा पूजा समिति यह बताना चाहता है कि धरती पर मौजूद लोग जाति और धर्म के नाम पर अपना नुकसान न करें, क्योंकि धरती पर मौजूद कोई भी शख्स पहले इंसान है और उसकी सिर्फ एक जाति है, जिसे हम इंसानियत के नाम से जानते हैं.

पूजा समिति के लोगों ने कहा कि इंसानियत को बचाने के लिए जाति धर्म से ऊपर उठना होगा तभी समाज का पूर्ण विकास हो पाएगा. कर्बला चौक स्थित श्री श्री दुर्गा पूजा समिति इसी संदेश के साथ दशकों से शांतिपूर्ण तरीके से दुर्गा पूजा मना रही है.

Last Updated : Oct 20, 2023, 6:20 PM IST
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