रांची: मनरेगा घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई के बाद न्यायिक हिरासत में होटवार जेल में बंद निलंबित आईएएस पूजा सिंघल की स्थिति अभी स्थिर बनी हुई है. गौरतलब है कि मंगलवार (16 मई) की शाम तेज सिर दर्द और चक्कर आने के बाद उन्हें बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से रिम्स लाया गया था. रिम्स के पेइंग वार्ड में पूजा सिंघल भर्ती है. उनका इलाज न्यूरोलॉजी विभाग के HOD डॉ सुरेंद्र प्रसाद की देखरेख में डॉक्टरों की टीम कर रही है.
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डॉ सुरेंद्र प्रसाद ने कहा कि आज मेडिकल बोर्ड का गठन नहीं किया जा सका है. जांच रिपोर्ट का नहीं आना इसके पीछे की वजह बताई जा रही है. पूरी रिपोर्ट आने के बाद वह रिम्स अधीक्षक से मेडिकल बोर्ड गठन के लिए आग्रह करेंगे.
जांच रिपोर्ट का इंतजार: रिम्स में पूजा सिंघल का इलाज कर रहे न्यूरोलॉजी विभाग के हेड डॉ सुरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि आज जांच के लिए ब्लड सैंपल लिया गया है. जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है. इसके साथ ही साथ पूजा सिंघल का MRI भी कराया जाएगा. इससे पता चल सकेगा कि आखिर किस वजह से उन्हें सिर दर्द के साथ चक्कर आ रहे हैं. डॉ सुरेंद्र प्रसाद ने कहा कि अभी रिम्स का MRI मशीन खराब है. कहा कि संभव है मशीन ठीक होने पर उनका MRI कराया जाए. डॉ सुरेंद्र प्रसाद ने ईटीवी भारत को फोन पर बताया कि फिलहाल पूजा सिंघल की तबीयत स्थिर बनी हुई है.
गौरतलब हो कि पिछले वर्ष मई महीने में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने मनरेगा में घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के मामले में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल पर नकेल कसा था. और उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार के घर से ईडी ने भारी मात्रा में कैश भी बरामद की थी.
इसके कुछ दिन बाद ही पूजा सिंघल से ईडी ने पूछताछ की थी. उसके बाद न्यायिक हिरासत में उन्हें जेल भेज दिया गया था. तब से पूजा सिंघल लगातार न्यायिक हिरासत में ही है. बीच मे कुछ दिनों के लिए पूजा सिंघल को बेटी के खराब स्वास्थ्य को लेकर सर्वोच्च न्यायलय से जमानत भी मिली थी. जिसकी अवधि समाप्त होने के बाद फिर से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था.