रांची: राजधानी रेड जोन से ऑरेंज जोन में पहुंच चुका है. इसे लेकर उपायुक्त राय महिमापत रे ने शनिवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिले का रेड जोन से ऑरेंज जोन में पहुंचने का श्रेय जिला प्रशासन की पूरी टीम को जाता है. सभी ने अपनी सेफ्टी को छोड़कर अपने घरों से बाहर निकल पूरी निष्ठा के साथ कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए अपना योगदान दिया है, जिसका लगातार बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं.
मास्क पहनना जरुरी
डीसी ने कहा कि रांची के रेड जोन में आने का मतलब था कि टेस्टिंग लगातार हो रही है और लगातार लोग पॉजिटिव निकल रहे थे. अभी भी टेस्टिंग जारी है, लेकिन जिले में कोरोना पॉजिटिव निकलने का मामला खत्म हो चुका है और इसी के साथ जिला ऑरेंज जोन में आ गया है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि जोखिम खत्म हो गई है. उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति में भी किसी तरह की कोताही न बरती जाए. क्योंकि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी वाली स्थिति अभी भी बनी हुई है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि बिना मास्क के घर से बाहर ना निकले और बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकले.
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15 दिनों से कोई भी पॉजिटिव केस नहीं
उपायुक्त ने कहा कि समय-समय पर कंटेनमेंट जोन को घटाया जा रहा है, जिन इलाकों में 15 दिनों से कोई भी पॉजिटिव केस नहीं निकले हैं. उन इलाकों को कंटेनमेंट जोर से हटाने की प्रक्रिया चल रही है. शहर के हॉटस्पॉट बनी हिंदपीढ़ी के जिन इलाकों में पॉजिटिव केस नहीं निकल रहे हैं. वहां सर्वेक्षण किया जा रहा है और मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद कंटेनमेंट जोन को छोटा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोरोना टेस्ट के मामले में रांची जिला राज्य और देश में सबसे आगे है. यहां सबसे ज्यादा टेस्टिंग की जा रही है और राज्य भर में यहां सबसे ज्यादा टेस्टिंग कराई गई है.
गाइडलाइन का पालन
डीसी ने कहा कि वर्तमान में रांची जिले में जिस तरह से कई लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. उनसे उन्होंने अपील की है कि लोग इस समस्या को समझें और जिला प्रशासन के गाइडलाइन का पालन करें, ताकि वह अपने परिवार, मोहल्ले, जिले और देश को कोरोना वायरस के फैलाव से बचा सके. प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने आ रही परेशानी को उन्होंने कहा कि जो भी परेशानियां हो रही है. उसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है.
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परिवार को सुरक्षित रखने का प्रयास
उपायुक्त राय महिमापत रे ने कहा कि इस संक्रमण की रोकथाम में किए जा रहे कार्यों को लेकर वो अपने निजी जीवन को बहुत मैनेज कर रहे हैं. उनका संपर्क घर से कटा हुआ है. वह अलग कमरे में रहकर लगातार कोरोना संक्रमण के बचाव के उपायों के कार्यक्रम को चला रहे हैं, साथ ही घर पहुंचने पर बच्चों और अपनी माता से भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं, ताकि उनका परिवार भी इस संक्रमण से बचें. उन्होंने कहा कि डीसी का दायित्व राय महिमापत रे से ऊपर है. ऐसे में वह घर परिवार से दूर रहते हुए आम लोगों को कोरोना संक्रमण से दूर रखने का प्रयास कर रहे हैं.