रांचीः झारखंड में साइबर क्राइम थमने का नाम नहीं ले रहा है. ये शातिर नए-नए हथकंडों और लोगों के लालच का फायदा उठाकर उनके खाता से रुपया साफ कर रहे हैं. रांची में साइबर ठगी का एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जिसमें देशभर के करीब 150 लोगों से लकी ड्रॉ और ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर साइबर ठगी की गयी है. रांची पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इनके तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
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रांची में साइबर अपराधी गिरफ्तार हुए हैं, पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इनकी गिरफ्तारी बरियातू थाना के बड़गाईं से हुई है. गिरफ्तार अपराधियों में चुटिया निवासी करन कुमार, चंदन कुमार और सुदामा कुमार शामिल हैं, ये तीनों बिहार के नालंदा जिला के रहने वाले हैं. इन साइबर ठगों के पास से पुलिस ने 12 मोबाइल फोन, 6 एटीएम कार्ड, एक निजी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी का 484 लिफाफा, इसके अलावा उसी कंपनी के लकी ड्रॉ के कूपन और दो लाख रुपए कैश बरामद किए हैं.
तीन महीने से एक्टिव है गिरोहः मीडिया से बात करत हुए रांची एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि इस मामले में लोगों से साइबर ठगी होने की सूचना पुलिस को मिली थी. जांच के लिए सदर डीएसपी प्रभात रंजन और साइबर डीएसपी यशोधरा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. इसमें सदर थाना प्रभारी श्याम किशोर के अलावा अन्य लोगों को भी शामिल किया गया. इस टीम ने जब मामले की तफ्तीश की और अपराधियों को धर-दबोचा. पूछताछ में अपराधियों ने पुलिस को बताया कि वो लोग बिहार से रांची आकर किराए का मकान लेकर रहते थे. करीब तीन माह से उनका गिरोह लोगों को ठगी का शिकार बना रहा है.
लकी ड्रॉ के नाम पर ठगीः रांची एसएसपी ने बताया कि गिरोह के सदस्य ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले लोगों का डेटा जमाकर उनका नाम व पता हासिल किया. इसके बाद ये गिरोह ऑनलाइन वेबसाइट के ग्राहकों के नाम फर्जी लकी ड्रॉ कूपन व पंप्लेट छपवाते थे, उसमें एक क्यूआर कोड भी होता था. इस क्यूआर कोड को स्कैन करने पर मोबाइल में 8 लाख 40 हजार की राशि जीतने का धन्यवाद संदेश ग्राहक को आता था. साथ ही लकी ड्रॉ स्क्रैच करने पर राशि जीतने का बधाई संदेश भी छपा होता था. इसके बाद ग्राहक इनाम की राशि पाने के लिए जब दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर संपर्क करता है. इसी ताक में बैठे साइबर अपराधी अपनी अगली चाल चलते हैं. ये ठग उनसे जीएसटी, सर्विस टैक्स, रजिस्ट्रेशन चार्ज और अन्य तरह का चार्ज का झांसा देकर लोगों से अपने द्वारा दिए गए बैंक खातों में पैसा मंगवाते थे, इसके बाद एटीएम से राशि की निकासी कर लेते थे.
रांची में बैठकर देश के 150 लोगों को ठगाः प्रेस वार्ता में एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह के सदस्यों ने देशभर के 150 लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. इसमें 13 लोगों से पुलिस ने पूछताछ भी की. उन लोगों ने पुलिस को ठगी के शिकार होने की जानकारी दी है. अब पुलिस ठगी के शिकार हुए अन्य लोगों से भी संपर्क कर रही है, जल्द ही उनसे भी जानकारी लेगी. अब तक की जांच में साइबर अपराधी द्वारा रांची के एक भी व्यक्ति को ठगी का शिकार नहीं बनाने की बात सामने आयी है.