रांचीः साइबर अपराधी नए नए तरह के टेक्निक का इस्तेमाल कर लोगों के खातों से पैसे उड़ा रहे (Ranchi Cyber fraud) हैं. इस बार तो साइबर अपराधियों ने आधार से लिंक होने वाले फिंगर प्रिंट का ही क्लोन (finger print cloning) बनाकर एक व्यक्ति के खाते से रुपए गायब कर दिए. मामले को लेकर ठगी का शिकार बने बिल्डर चंदन कुमार ने अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज (Argora Police Station) करवाई है.
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क्या है पूरा मामलाः भुक्तभोगी चंदन की ओर से दिए गए आवेदन में कहा गया है कि उनका खाता बैंक ऑफ इंडिया में है. उनके मोबाइल पर बीते 23 अगस्त को एक एक करके तीन बार राशि निकासी का मैसेज आया. उन्होंने राशि निकासी की जांच कीतो पता चला कि उनके खाते से आधार फिंगर प्रिंट ऑथेंटिफिकेशन के द्वारा किसी आधार सुविधा केंद्र से उन्हें सूचना दिए उनके खाते से 10-10 हजार करके तीन बार में राशि की निकाली की गयी है. उन्होंने दावा किया है कि उनके आधार कार्ड के फिंगर प्रिंट क्लोन (Cyber fraud by cloning finger print) किया गया है. उनकी रजिस्ट्री ऑफिस में कई बार फिंगर प्रिंट लिया गया है. उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि वहां से भी इसका दुरुपयोग किया जा सकता है, इसलिए क्लोन बनाने वाले पर कार्रवाई की जाए.
जांच में जुटी पुलिसः वहीं ये मामला सामने आने के बाद पुलिस की टीम और साइबर क्राइम ब्रांच (cyber crime branch) मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है. हालांकि बिल्डर के अलर्ट रहने की वजह से साइबर अपराधी खाते से ज्यादा रकम नहीं निकाल पाए.
बरियातू में एटीएस जवान से ठगीः दूसरी तरफ एसटीएफ में तैनात एक सिपाही से साइबर ठगों ने क्रेडिट कार्ड बंद करने का झांसा देकर उनके खाते से 49 हजार रुपए उड़ा लिया. इस सबंध में सिपाही ने बरियातू थाना में प्राथमिकी दर्ज (bariatu police station) करायी है. सिपाही की ओर से थाना में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि बीते 27 अक्टूबर को उनके मोबाइल नंबर एक व्यक्ति ने फोन किया. जिसमें उसने कहा कि आप क्रेडिट कार्ड यूज नहीं कर रहे हैं, इसे बंद करना है या फिर चालू रखना है. उन्होंने फोन करने वाले से कहा कि उसे क्रेडिट कार्ड बंद करना है. इसके बाद सिपाही ने ठग को बैंक डिटेल समेत अन्य जानकारी दी. कुछ देर में उनके खाते से चार किश्त में 49 हजार रुपए कट गए, जिसका मैसेज उनके मोबाइल पर आया. इसके बाद पहले बैंक से उन्होंने अपने खाते को बंद करवाया, फिर बरियातू थाना पहुंचकर मामला दर्ज कराया. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.