रांची: झारखंड के चर्चित शराब सिंडिकेट किंग और जमीन कारोबारी योगेंद्र तिवारी की कंपनी संथाल परगना बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड से कनेक्शन पर रामिया मरांडी ने सफाई दी है. रामिया मरांडी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के भाई हैं. उन्होंने झामुमों का नाम लिए बगैर एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मैं साल 2011 में ही उस कंपनी से खुद को अलग कर चुका हूं. अब समझ में नहीं आ रहा है कि 13 साल बाद उस कंपनी से नाम जोड़कर मेरा नाम क्यों उछाला जा रहा है. अगर कंपनी ने गलत धंधा किया है या कर रही है तो सरकार उसपर तुरंत एफआईआर करे. कंपनी की सारी संपत्ति जब्त करे. अगर हम भी उसमें गलत होंगे तो हम भी जेल जाएंगे. सरकार को यह पुण्य और कल्याणकारी काम करने से किसने रोका है.
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बाबूलाल मरांडी के भाई रामिया मरांडी ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि सरकार में कार्रवाई करने का साहस नहीं है. इसलिए मीडिया के माध्यम से लोगों में सिर्फ भ्रम फैलाया जा रहा है ताकि मेरे भाई बाबूलाल मरांडी पर छींटाकशी की जा सके. उन्होंने स्वीकार किया है कि साल 2005 में जब संथाल परगना बिल्डर्स बना था तो वे भी उसमें डायरेक्टर थे. बाद में शिकायत मिली की योगेंद्र तिवारी शराब और जमीन कारोबार में कुछ ऐसा काम करने लगा है, जिससे भविष्य में बदनामी हो सकती है. उन्होंने कहा है कि योगेंद्र तिवारी का मुख्य काम राजनीति और प्रशासन से जुड़े प्रभावी लोगों के करीबियों को साधकर उनसे निकटता बढ़ाना और सिंडिकेट बनाकर अपने फायदे के लिए काम करना.
रामिया मरांडी का कहना है कि बाद में मुझे लगने लगा कि इस आदमी की वजह से बदनामी हो सकती है. उस शख्स से जुड़े रहने पर मेरे भाई बाबूलाल मरांडी पर भी बुरा असर पड़ सकता है, इसलिए साल 2011 में उस कंपनी से अलग हो गया. आपको बता दें कि पिछले दिनों झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कांग्रेस प्रवक्ता के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधा था.
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संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया था कि बाबूलाल मरांडी को बताना चाहिए कि एक शराब कारोबारी की कंपनी से उनके भाई का क्या नाता रहा है. इसपर बाबूलाल मरांडी ने भी बयान जारी कर चुनौती दी थी. उन्होंने कहा था कि सरकार को जांच करने से किसने रोका है. दरअसल, पिछले दिनों ईडी ने शराब सिंडिकेट किंग योगेंद्र तिवारी और उनके करीबियों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी. इस मामले में योगेंद्र तिवारी से ईडी पूछताछ भी कर चुकी है. उनके छोटे भाई अमरेंद्र तिवारी को भी कल पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
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पता चला है कि @HemantSorenJMM जी की सरकार ने अबतक 536 भाजपा कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कराए हैं, उनमें से 6 मेरे खिलाफ भी हैं...अबतक राज्य में अलग-अलग जगहों पर करीब 5 पत्रकारों को भी केस और पुलिस प्रताड़ना का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा सैंकड़ो आम नागरिक हैं जिन्हें…
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— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 28, 2023
वहीं झारखंड बीजेपी अध्यक्ष बाबूला मरांडी ने ट्वीट कर लिखा है कि पता चला है कि हेमंत सोरेन सरकार ने अबतक 536 भाजपा कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कराए हैं, उनमें से 6 मेरे खिलाफ भी हैं. अबतक राज्य में अलग-अलग जगहों पर करीब 5 पत्रकारों को भी केस और पुलिस प्रताड़ना का सामना करना पड़ा है. इसके अलावा सैंकड़ों आम नागरिक हैं जिन्हें जेएमएम सरकार के खिलाफ आवाज़ उठाने पर फंसाया गया. पुलिस के डंडों से आम जनता की आवाज नहीं दबेगी, जितना जोर लगाना है लगा लें? हेमंत जी को होटवार जेल पंहुचाने तक पोल खोल अभियान जारी रहेगा.