रांचीः राजधानी के टाटीसिल्वे के आरा गेट स्थित बंद पड़ी शराब फैक्ट्री मिलिनियम ब्लेंडर्स एंड बॉटलर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से बिहार और राज्य के अलग-अलग जगहों पर अवैध शराब सप्लाई की जा रही थी. इस अवैध धंधे का भंडाफोड़ करते हुए रांची पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने पांच तस्करों को धर दबोचा है.
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि बड़े पैमाने पर रांची से स्प्रिट बिहार और राज्य के बोकारा सहित अलग-अलग जिलों में भेजे जा रहे हैं. इसकी सूचना मिलने के बाद ओरमांझी में चेकिंग लगाया गया. चेकिंग के दौरान बोकारो से स्प्रिट खरीदने के लिए आ रहे दो लोग गैलन के साथ पकड़े गए. उन गैलन से स्प्रिट की गंध आ रही थी. इस गंध की वजह से दोनों को पकड़ा गया और पुलिस ने ट्रैप करते हुए पूरे चैनल तक फॉलो किया. इस दौरान पता चला कि आरा गेट की शराब फैक्ट्री से स्प्रिट की सप्लाई होती है. पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम फैक्ट्री तक पहुंची और एक-एक कर कुल पांच लोगों को दबोचा गया. पकड़े गए आरोपियों ने बताया है कि बीते गुरुवार को ही औरंगाबाद में 60 गैलन स्प्रिट की सप्लाई की गई थी. गिरफ्तार आरोपियों में रांची के लापुंग का कृष्णा प्रसाद, बिहार के मनोज कुमार और रविंद्र राम, बोकारो के चास निवासी आकाश यादव और अंकित गुप्ता शामिल हैं. आकाश और अंकित सूमो से पकड़े गए, जबकि अन्य लोग फैक्ट्री से पकड़े गए हैं. छह हजार लीटर स्प्रिट शराब की फैक्ट्री से जब्त किया गया है.
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स्प्रिट की डिलिवरी में लगा रहता रैकेट
स्प्रिट डिलीवरी से लेकर कॉल करने तक के लिए स्प्रिट के धंधेबाजों का पूरा रैकेट काम कर रहा था. इनमें किसी का काम कॉल कर शराब की डिलीवरी देना, किसी का काम डिलीवरी के बाद स्कॉट करना और किन्हीं का काम फैक्ट्री से लोड और अनलोड करने का था. पुलिस और उत्पाद विभाग को इसकी सूचना मिलने के पूरे रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए फैक्ट्री तक पहुंची. पुलिस की टीम ने छापेमारी के बाद फैक्ट्री को सील कर दिया है.