रांची: जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन के आवास के पास गैंगवार के बाद डीसी ने सभी दुकानदारों को अपने-अपने दुकान के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश जारी किया है. डीसी के इस आदेश के बाद राजधानी के लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया मिली है. कुछ लोग जहां सीसीटीवी लगाने के पक्ष में हैं, वहीं अधिकांश लोगों का यह कहना है कि केवल सीसीटीवी कैमरे लगा देने से ही राजधानी रांची में आपराधिक घटनाएं Crime in Ranchi नहीं रूकेंगी.
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क्या कहते हैं राजधानीवासी : राजधानी के लोगों का कहना है कि अभी भी अधिकांश जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. सीसीटीवी कैमरे लगाने से अपराधियों की पहचान जरूर हो सकती है, लेकिन घटनाएं रुक नहीं सकती हैं. घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस की गस्ती बढ़ानी होगी और पुलिस को सदैव अलर्ट रहना होगा. वहीं राजधानी रांची में कई ऐसे दुकानदार हैं जो बेहद कम पूंजी लगाकर सड़क के किनारे अपनी दुकान चलाते हैं. ऐसे लोगों का कहना है कि सीसीटीवी का खर्च उठाने में वे सक्षम नहीं हैं. एक तो कोरोना की वजह से ऐसे ही दुकानदारी मार खा रही है उसके बाद अगर सीसीटीवी लगाएं तो उन पर अतिरिक्त बोझ बढ़ जाएगा.
राजधानी के लोग यह तो जरूर चाहते हैं कि सीसीटीवी के जरिए पूरी राजधानी की निगेहबानी की जाए, लेकिन उसके लिए जनता पर दबाव डालना सही नहीं है. प्रशासन को चाहिए कि वह खुद आगे बढ़कर सभी चौक चौराहों पर उच्च स्तर के सीसीटीवी कैमरे लगाएं, ताकि अपराधियों की पहचान हो सके और उनकी मॉनिटरिंग की जा सके.