रांची: पीटीआई के ब्यूरो चीफ पीवी रामानुजम ने अपने आवास में खुदकुशी कर ली है. पुलिस छानबीन में जुट गई है. फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है. पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है.
जानकारी के अनुसार कुछ दिनों से रामानुज कामकाज को लेकर तनाव में चल रहे थे. इसी बीच उन्होंने अपने कार्यालय स्थित आवास के कमरे में ही फांसी लगा ली. फिलहाल रामानुज के शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा गया है. उनका एक बेटा भुनेश्वर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है उसे सूचना दी गई है.
बता दें कि बूटी मोड़ स्थित आवास में बुधवार देर रात आत्महत्या करने के बाद उनके शव को रिम्स लाया गया. जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है. पोस्टमार्टम रूम में उनके शव के साथ आए उनके सहयोगी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि अहले सुबह उनके बेटे के द्वारा सूचना मिली कि पीवी रामानुजम ने आत्महत्या कर ली है. जिसके बाद हम लोग आनन-फानन में उनके आवास पहुंचे और उनके शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए रिम्स लेकर आए हैं. फिलहाल कोविड जांच के लिए शव रिम्स के पोस्टमार्टम हाउस में रखा हुआ है कोविड जांच के बाद ही शव का पोस्टमार्टम होगा फिर उसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया की जाएगी.
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने भी पीवी रामानुजम के असामयिक निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है. उन्होंने कहा है कि रामानुजम जी व्यवहार कुशल और प्रतिभाशाली पत्रकार थे. वे अन्य पत्रकारों के लिये अपनी सरलता और आदर्श के कारण प्रेरक कहे जा सकते हैं. ऐसे व्यक्ति के चले जाने से पत्रकारिता जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. ईश्वर उनकी आत्मा को चशांति प्रदान करें और उनके परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें.
सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पीवी रामानुजम के असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि पीवी रामानुजम का यूं चले जाना पत्रकारिता जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. उनकी पत्रकारिता से कई पत्रकारों को मार्गदर्शन और प्रेरणा मिली है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. मेरी संवेदना उनके परिजनों के साथ हैं.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी पीवी रामानुजम के असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि पीवी रामानुजम बहुत ही सरल व्यक्ति थे. उनके निधन से पत्रकारिता जगत को बहुत क्षति हुई है. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. मेरी संवेदना उनके परिजनों के साथ है. भगवान उन्हें दुख की इस घड़ी को सहन करने की शक्ति दें.