रांची: रिम्स के एक महिला मरीज अपनी भूख मिटाने के लिए पक्षी को मारकर अपना निवाला बनाया. बुधवार को आर्थोपेडिक विभाग के सामने एक लावारिस विक्षिप्त महिला मरीज को अस्पताल प्रबंधन की ओर से खाना नहीं मिलने की वजह से उसने कबूतर को मारकर खाया.
जानकारी के अनुसार रिम्स के आर्थोपेडिक विभाग के पास एक लावारिस और विक्षिप्त महिला मरीज पिछले कई दिनों से पड़ी है. जिसकी देखभाल के लिए रिम्स प्रबंधन के किसी भी कर्मचारी की नजर इस महिला पर नहीं पड़ी. इस कारण विक्षिप्त महिला दिनभर भूख से तड़प रही थी. भूख मिटाने के लिए एक पक्षी को मारने के बाद उसे नोच-नोच कर खाया.
समाजिक संस्थाओं पर भी उठ रहे सवाल
इधर, इस मामले को लेकर अब कई बातें सामने आने लगी है. इस घटना के जिम्मेवार सिर्फ रिम्स प्रबंधन ही नहीं, बल्कि सामाजिक संस्थाएं भी हैं जो लावारिस मरीजों को आश्रम और विक्षिप्त को रिनपास ले जाने के बजाए रिम्स में लाकर छोड़ देते हैं. बता दें कि रिम्स में साइकेट्रिक विभाग नहीं है. जिसके कारण मानसिक रूप से बीमार मरीजों का इलाज अस्पताल में नहीं होता है. वहीं कारण रहा होगा कि इस विक्षिप्त महिला जिसने कबूतर को मारकर अपनी भूख मिटाने के लिए निवाला बनाई, उसको वार्ड में जगह नहीं मिल पाई होगी. इस कारण रिम्स प्रबंधन मानवीय संवेदना रखते हुए भी ऐसे मरीजों के लिए ज्यादा कुछ नहीं कर सकता. ऐसे में विक्षिप्त मरीज को समाजिक संस्थाओं की ओर से रिम्स में छोड़कर अव्यवस्था फैलाने का काम करते हैं.
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बहरहाल, सूबे के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना के सामने आने से एकबार फिर अस्पताल प्रबंधन पर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. वहीं, वीडियो वायरल होने से रिम्स प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे हैं.