रांची: पूरे देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन और विरोध जारी है. नागरिकता संशोधन कानून का विरोध अब धीरे-धीरे शहर से लेकर गली मोहल्ले तक पहुंच गया है, लेकिन एनआरसी और एपीआर को लेकर ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं है. तमाम जानकारियों को लेकर छात्र संगठन लोगों को जागरुक कर रहे हैं.
राजधानी रांची के कर्बला चौक पर छात्र संगठन सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध के बारे में लोगों को अवेयर कर रहे हैं, ताकि लोग सरकार के इस कानून का विरोध करे. छात्रों का कहना है कि यह एक्ट सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिए लागू नहीं होता है, बल्कि आदिवासी, दलित पिछड़े तमाम लोगों को इसकी प्रताड़ना झेलनी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि नागरिकता कानून एक देश को बांटने के लिए लाया गया है, सही मायने में देश तो आजाद हो गया है, लेकिन आज देश के कुछ लोग इस देश को दोबारा बांटना और गुलाम बनाना चाहते हैं.
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आपको बता दें कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं, कि भारत के मुसलमानों को इस कानून से डरने की जरूरत नहीं है. केंद्र सरकार इस कानून को लेकर लोगों में जागरूकता भी फैला रही है.