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सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध जारी, रांची में छात्रों ने लोगों को किया जागरुक

देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर लगातार संग्राम जारी है. इस कानून को लेकर लगभग सभी राज्यों में विरोध प्रदर्शन चल रहा है. राजधानी रांची में भी छात्र संगठनों ने इस बिल को लेकर कर्बला चौक पर विरोध प्रदर्शन किया.

Protests against CAA and NRC in Ranchi
सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध जारी
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Published : Jan 12, 2020, 6:12 PM IST

रांची: पूरे देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन और विरोध जारी है. नागरिकता संशोधन कानून का विरोध अब धीरे-धीरे शहर से लेकर गली मोहल्ले तक पहुंच गया है, लेकिन एनआरसी और एपीआर को लेकर ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं है. तमाम जानकारियों को लेकर छात्र संगठन लोगों को जागरुक कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर

राजधानी रांची के कर्बला चौक पर छात्र संगठन सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध के बारे में लोगों को अवेयर कर रहे हैं, ताकि लोग सरकार के इस कानून का विरोध करे. छात्रों का कहना है कि यह एक्ट सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिए लागू नहीं होता है, बल्कि आदिवासी, दलित पिछड़े तमाम लोगों को इसकी प्रताड़ना झेलनी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि नागरिकता कानून एक देश को बांटने के लिए लाया गया है, सही मायने में देश तो आजाद हो गया है, लेकिन आज देश के कुछ लोग इस देश को दोबारा बांटना और गुलाम बनाना चाहते हैं.

इसे भी पढे़ं:- कोयलांचल से खत्म होगा अपराधियों का आंतक, पुलिस ने शुरू किया 'ऑपरेशन अमन'

आपको बता दें कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं, कि भारत के मुसलमानों को इस कानून से डरने की जरूरत नहीं है. केंद्र सरकार इस कानून को लेकर लोगों में जागरूकता भी फैला रही है.

रांची: पूरे देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन और विरोध जारी है. नागरिकता संशोधन कानून का विरोध अब धीरे-धीरे शहर से लेकर गली मोहल्ले तक पहुंच गया है, लेकिन एनआरसी और एपीआर को लेकर ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं है. तमाम जानकारियों को लेकर छात्र संगठन लोगों को जागरुक कर रहे हैं.

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राजधानी रांची के कर्बला चौक पर छात्र संगठन सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध के बारे में लोगों को अवेयर कर रहे हैं, ताकि लोग सरकार के इस कानून का विरोध करे. छात्रों का कहना है कि यह एक्ट सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिए लागू नहीं होता है, बल्कि आदिवासी, दलित पिछड़े तमाम लोगों को इसकी प्रताड़ना झेलनी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि नागरिकता कानून एक देश को बांटने के लिए लाया गया है, सही मायने में देश तो आजाद हो गया है, लेकिन आज देश के कुछ लोग इस देश को दोबारा बांटना और गुलाम बनाना चाहते हैं.

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आपको बता दें कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं, कि भारत के मुसलमानों को इस कानून से डरने की जरूरत नहीं है. केंद्र सरकार इस कानून को लेकर लोगों में जागरूकता भी फैला रही है.

Intro:नागरिकता संशोधन सीएए और एनआरसी के विरोध को लेकर क्या जा रहा लोगों को जागरूक, छात्रों ने कहा सभी धर्म के लोग होंगे इससे प्रभावित

रांची
बाइट--स्वाति शिखा छात्रा
बाइट--समम आरफीन छात्रा

पूरे देश में नागरिकता संशोधन एक्ट सीएए एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन और विरोध जारी है। और नागरिकता संशोधन एक्ट कानून का विरोध अब धीरे-धीरे शहर से लेकर गली मोहल्ले तक पहुंच गया है लेकिन एनआरसी और एपीआर को लेकर ज्यादातर लोगों को जानकारी या नहीं है उन्हीं तमाम जानकारियों को लेकर छात्र संगठन लोगों को अवेयरनेस कर रही है और सीएए ,एनआरसी,एनपीआर के विरोध करने के बारे में बता रही है।

राजधानी रांची के कर्बला चौक पर छात्र संगठन के द्वारा सीएए एनआरसी और एनपीआर के विरोध के बारे में लोगों को अवेयरनेस कर रही है ताकि लोग सरकार के इस कानून का विरोध किया जा सके और विरोध करने से पहले लोगों को इनके बारे में जानकारियां दे रही है छात्रों का कहना है कि या सिर्फ एक्ट मुस्लिम के लिए लागू नहीं होता है बल्कि आदिवासी दलित पिछड़े तमाम लोगों को इसका प्रताड़ना झेलना पड़ेगा या संशोधित नागरिक कानून एक देश को बांटने के लिए लाया गया है सही मायने में देश तो आजाद हो गया है लेकिन आज देश की कुछ लोग इस देश को दोबारा बांटना और गुलाम बनाना चाहते हैं




Body:आपको बता दें कि नागरिकता संशोधित कानून एक्ट सीएए एनआरसी और एमटीआर को लेकर देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री लगातार लोगों से आवाहन कर रही हैं की भारत के मुसलमानों को इस कानून से डरने की जरूरत नहीं है इसको लेकर केंद्र सरकार ने भी लोगों को इसको विरोध ना करने को लेकर जागरूक करने के लिए जनप्रतिनिधियों से अपील किया है


Conclusion:
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