रांचीः वर्ष 2016 में उतीर्ण जेटेट अभ्यर्थियों का आंदोलन लगातार जारी है. इसी कड़ी में एक बार फिर जेटेट अभ्यर्थियों ने राजधानी रांची के मोराबादी मैदान में आमरण अनशन की शुरुआत की है. अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक मांग नहीं मानी जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
जेटेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी राज्य सरकार से शिक्षक बहाली में प्राथमिकता देते हुए नियुक्ति की मांग लगातार कर रहे हैं. अरसे से आंदोलित अभ्यर्थी वर्ष 2016 में सफल हुए थे और तब से लेकर आज तक सिर्फ और सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है.
नेता प्रतिपक्ष रहते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इन अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया था कि उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरकार बनते ही शिक्षक नियुक्ति में बहाल कर दिया जाएगा, लेकिन जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सत्ता में आए उसके बाद वह अपनी ही वादा भूल चुके हैं.
दरअसल शिक्षक बहाली में प्राथमिकता देते हुए नियुक्ति की मांग को लेकर ही अभ्यर्थी रांची के मोरहाबादी मैदान में आमरण अनशन कर रहे हैं.
सरकार के प्रति जताया आक्रोश
इस दौरान अभ्यर्थी हेमंत सरकार से काफी आक्रोशित दिखे. तमाम अभ्यर्थियों का कहना है कि हेमंत सोरेन अपने वादे से मुकर गए हैं और उनकी नियुक्ति पर ग्रहण लगा कर बैठे हैं.
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ऐसे ही स्थिति रही तो आने वाले समय में राज्य भर के जेटेट सफल अभ्यर्थी इस आंदोलन को तेज करेंगे और यह आंदोलन आगे जाकर उग्र भी हो सकता है और इसकी सारी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.
बताते चलें कि शिक्षक दिवस के दिन भी राज्य भर के जेटेट सफल अभ्यर्थी राजधानी रांची के मोराबादी मैदान पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार से राज्य के विभिन्न स्कूलों में शिक्षक के रूप में नियुक्ति की मांग की थी उस दौरान कहा गया था कि आने वाले समय में इस आंदोलन को तेज किया जाएगा और इसी कड़ी में जेटेट सफल अभ्यर्थियों की ओर से एक बार फिर आंदोलन की शुरुआत की गई है.